बिहार में महापुरूषों की जयंती और पुण्यतिथि पर भी सियासत होती रहती है. लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एक बार फिर नेता महापुरुषों का याद कर रहे हैं. राजनीतिक पार्टियां वोटरों को सांधने के लिए जयंती और पुण्यतिथि का आयोजन कर रही है. कार्यक्रम करने में JDU और बीजेपी भी पीछे नहीं है. बिहार में सभी दल अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अपने वोट बैंक को मजबूत करने और दूसरी पार्टियों के वोट बैंक में सेंध लगाने को लेकर अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं. सभी दल महापुरूषों की जयंती और पुण्यतिथि को समारोह के रूप में मनाते हैं और उससे जुड़ी जातियों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करते हैं.
जयंती और पुण्यतिथि का कर रही आयोजन
JDU और बीजेपी दोनों ही पार्टियां इन दिनों में महापुरूषों की जयंती मनाने में लगी हुई हैं. इसी के चलते अब बिहार में महापुरूषों की जयंती और पुण्यतिथि मनाने को लेकर भी सियासत हो रही है. स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव के मौके पर पटना में उनके आदमकद प्रतिमा पर सीएम नीतीश ने माल्यार्पण किया. वहीं, विजयोत्सव पर बीजेपी ने भव्य रोड शो निकाला. इस रोड शो में पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे. JDU कार्यालय में भामाशाह जयंती कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इतिहास बदलने वाले लोगों को जनता बदल देगी.
जयंती-पुण्यतिथि मनाने में JDU-BJP पीछे नहीं
वहीं, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. ललन सिंह ने प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया है. वहीं, सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं.
जयंती के बहाने जहां सीएम नीतीश पर बीजेपी पर हमलावर दिखे. वहीं, वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव मौके पर बीजेपी भी पीछे नहीं रही. बिहार बीजेपी के बड़े महागठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला. बीजेपी नेताओं के निशाने पर चाचा-भतीजे रहे. 2024 चुनाव आते ही बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. एक ओर बीजेपी महागठबंधन सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर है. वहीं, जेडीयू भी बीजेपी पर निशाना साधने से पीछे नहीं हट रहा है.