मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा नीत केंद्र सरकार का नाम लिये बगैर उस पर पूरे देश का इतिहास बदलने का आरोप लगाया और आगाह करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने नई टेक्नोलॉजी पर कब्जा कर लिया है‚ पुरानी चीजों को खत्म किया जा रहा है। इसलिए मैं पूरे देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगा हुआ हूं।
मुख्यमंत्री ने रविवार को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की उपस्थिति में १८५७ के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर आयोजित राजकीय समारोह में उनकी आदमकद अश्वारोही प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत की। राजनीति में मि^ी में मिलाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं‚ उनको कहिए कि मुझे मि^ी में मिला दें। हम कभी इस तरह की बात नहीं बोलते हैं। जो इस तरह के शब्दों का प्रयोग करता है‚ तो समझ लीजिये कि उसके पास बुद्धि नहीं है। ऐसे आदमी को जो मन में आये‚ वो बोले। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की हम कितनी प्रशंसा करते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समय आने पर सब बता देंगे। जब हम सबलोगों से मिल लेंगे‚ तो आपलोगों को सबकुछ बता देंगे। अभी इस तरह के सवाल का कोई मतलब नहीं है। हम तो ज्यादा–से–ज्यादा विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं। हम अपने लिए कुछ नहीं चाहते हैं। हमारी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। हम तो पूरे देश के लिए सोच रहे हैं। कुछ लोग पूरे देश के इतिहास को बदलने के चक्कर में हैं। इतनी बडी आजादी की लडाई लडी गई‚ उसे नई पीढी को जानना चाहिए‚ लेकिन कुछ लोग सबकुछ बदल देना चाहते हैं। जब सबलोग मिलकर रहेंगे‚ तो देश सुरक्षित रहेगा। इसके लिए हम काम कर रहे हैं। कुछ लोगों ने नई टेक्नोलॉजी पर कब्जा कर लिया है‚ पुरानी चीजों को खत्म किया जा रहा है।
हम पूरे देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। बहुत लोगों से बातचीत हो चुकी है‚ अभी कुछ और लोगों से बात करेंगे। इससे पहले १८५७ के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव के अवसर पर रविवार को वीर कुंवर सिंह आजादी पार्क में आयोजित राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आलæकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आदमकद अश्वारोही प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव‚ वित्त‚वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी‚ खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह‚ विधान पार्षद संजय सिंह‚ पूर्व मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा‚ पूर्व मंत्री विक्रम कुंवर‚ बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार‚ राज्य खाद्य आयोग के पूर्व सदस्य नंद किशोर कुशवाहा‚ शिवशंकर निषाद‚ जदयू नेता ओम प्रकाश सेतु सहित कई अन्य राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बाबू वीर कुंवर सिंह की अश्वारोही प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन‚ भजन कीर्तन‚ बिहार गीत एवं देशभक्ति गीतों का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने सहकारी भूमि विकास बैंक समिति परिसर में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह की नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण किया। ॥ ॥
इस अवसर पर राष्ट्रीय सहकारी आवास संघ के अध्यक्ष सह विधान पार्षद विजय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पगडी‚ अंगवस्त्र‚ फूलों की माला पहनाकर तथा तलवार एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर वित्त‚ वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी‚ खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह‚ सांसद गिरिधारी यादव‚ विधायक चेतन आनंद‚ राष्ट्रीय सहकारी आवास संघ के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह‚भूमि विकास बैंक की अध्यक्ष ममता सिंह‚ बिहार राज्य सहकारी आवास संघ के निदेशक रंजीत कुमार झा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
महापुरुषों के बारे में बच्चों को पढाया जायेगा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज (रविवार को) बाबू वीर कुंवर सिंह जी की जयंती है। उनकी स्मृति में हमलोगों ने बिहार में कई काम किये हैं‚ लेकिन दिल्ली वाले लोग आकर मीडिया के माध्यम से अपना प्रचार करवाने में लगे रहते हैं। वीर कुंवर सिंह जी पूरे देश में घूमे थे‚ अगर सचमुच दिल्ली वाले लोगों को बाबू वीर कुंवर सिंह जी के प्रति लगाव है तो उनकी स्मृति में अब तक देश भर में क्यों नहीं कुछ काम करवायेॽ हमलोगों ने बापू की स्मृति में भी काफी काम किया है।
उन्होंने कहा कि हमलोगों ने सब के सम्मान के लिए काम किया है। समाज के हर तबके के उत्थान के लिए काम किया है चाहे वे किसी भी जाति‚ धर्म के मानने वाले हों‚ समाज में भाईचारे का माहौल कायम रखने के लिए हर प्रकार से काम किया गया है। ये लोग इतिहास को बदलना चाहते हैं‚ यह बात पूरे देश के लोगों को समझना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सबसे पौराणिक स्थल है। हमलोग अपने बल पर बिहार को इतना आगे बढÃाने में कामयाब हुए हैं‚ अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो बिहार और तेजी से आगे बढता।
लोगों से आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी आपस में प्रेम और भाईचारे के साथ रहें‚ एक–दूसरे की इज्जत करें। बेवजह आपस में झगडा न करें। एक–दूसरे के हित में काम करते रहें और गडबडी करने वालों को समझाएं। आप सभी के सहयोग से ही बिहार और अधिक आगे बढेगा और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। मुख्यमंत्री रविवार को जदयू कार्यालय में शूरवीर भामाशाह स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने बिहार में इथेनॉल प्लांट लगाने के लिए वर्ष २००७ में ही राज्य सरकार से कानून बनाकर केंद्र को भेजा था और बिहार में इथेनॉल प्लांट लगाने की इच्छा इच्छा प्रकट की थी। उस समय दूसरे राज्यों से लोगों ने यहां आकर उद्योग स्थापित करने में अपनी रुचि दिखाई थी। उनलोगों की तरफ से लगभग ३१ हजार करोड रुपये निवेश करने की इच्छा प्रकट की गयी थी‚ लेकिन उस समय की केंद्र सरकार ने हमलोगों का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया। केंद्र ने यह कहते हुए प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया कि गन्ने से चीनी उत्पादन आवश्यक है। इसलिए इथेनॉल बनाने की स्वीकृति नहीं दी जा सकती। लेकिन वर्ष २०२० के बाद केंद्र सरकार ने इथेनॉल उत्पादन से संबंधित पॉलिसी तय की। उसके बाद गन्ना‚ मक्का और टूटे हुए चावल से इथेनॉल बनाने का फैसला लिया गया। हमने लोगों से बिहार में इथेनॉल प्लांट लगाने का प्रस्ताव मांगा‚ तब हमें १५२ प्रस्ताव प्राप्त हुए लेकिन केंद्र सरकार ने सिर्फ १७ प्रस्तावों को ही अपनी मंजूरी दी। तीन जगहों पर इथेनॉल उत्पादन का काम शुरू हो गया है। बिहार में इथेनॉल प्लांट की संख्या और अधिक बढाने के संबंध में केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है। इथेनॉल प्लांट की संख्या बढती तो काफी अच्छा होता। मुख्यमंत्री रविवार को जदयू कार्यालय में शूरवीर भामाशाह स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योग को बढावा देने के लिए काफी काम किए गए हैं। युवक–युवतियों एवं साधारण तबके के लोगों को उद्यमी बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा काफी सहूलियतें दी जा रही हैं। हर धर्म‚ संप्रदाय के लोगों को आगे बढाने का काम किया जा रहा है। बिहार में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित हो‚ इसके लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लोगों को उद्योग लगाने के लिये १० लाख रुपये की आर्थिक मदद राज्य सरकार दे रही है ताकि वे अपना उद्योग स्थापित कर सकें। इसमें अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति‚ अतिपिछडा वर्ग एवं सभी वर्ग की महिलाओं को ५ लाख रुपये का अनुदान और ५ लाख रुपये का ब्याज मुक्त @ण उपलब्ध कराया जा रहा है।