भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सरकारी स्कूल के सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर कक्षा के बच्चों को पढाने के निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार स्कूली बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड कर रही है। बुधवार को भाजपा कार्यालय में जन कल्याण संवाद कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए श्री सिन्हा ने उक्त बातें कहीं।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिन्हा ने कहा कि पटना‚ लखीसराय‚ रोहतास सहित विभिन्न जिलों में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आदेश जारी किया गया है कि विद्यालय के शिक्षकों को जातिगत जनगणना कार्य में प्रतिनियुक्त किए जाने के कारण अब वरीय कक्षा के छात्र कनीय कक्षाओं के छात्र को पढाने का कार्य करेंगे। यह आदेश न सिर्फ कनीय कक्षा के छात्रों को अच्छी शिक्षा से वंचित रखना है अपितु वरीय कक्षा के छात्र भी अपनी कक्षा की पढाई नहीं कर पाएंगे। राज्य में शिक्षक के अलावा लाखों कर्मचारी हैं जिनसे सरकार जातिगत जनगणना का कार्य करा सकती है। श्री सिन्हा ने कहा कि ९० के दशक में श्रीमान लालू प्रसाद जी ने चरवाहा विद्यालय की स्थापना कर बिहार की शिक्षा व्यवस्था का क्षरण शुरू कर दिया था। भाजपा के सहयोग से २००५ में जब नीतीश कुमार ने शासन व्यवस्था संभाली तो पूर्व से ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया गया। लेकिन बिहार एक बार फिर से चरवाहा विद्यालय की ओर लौट रहा है। तीन दशक से अधिक समय से बडे भाई–छोटे भाई के पास शिक्षा विभाग रहा है। लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। विद्यालय का भवन नहीं है‚ बच्चे खुले आसमान के नीचे पढे रहे हैं। शिक्षकों की भारी कमी है। विद्यालयों में शौचालय नहीं है। नियोजन माध्यम से नियुक्त शिक्षकों के साथ खेल खेला जा रहा है। शिक्षा मंत्री दूसरी दुनिया में मस्त हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि जब प्रशासनिक अराजकता फैलती है तब भ्रष्टाचार बढ जाता है‚ यही स्थिति बिहार में बन गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा की घोषणा तो कर दी लेकिन उसमें भी पेंच लगा दिया है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को जन कल्याण लोकसंवाद सहयोग कार्यक्रम में विभिन्न जिले से आए लोगों की समस्या सुनने और उसके समाधान के प्रयास किए जाने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री का जनता दरबार सलेक्ट और कलेक्ट पर आधारित है‚ जिसमें अधिकारी चुनिंदा लोगों का चयन करते हैं और मुख्यमंत्री के सामने अपनी शिकायतों को रखते हैं। जबकि‚ भाजपा का सहयोग कार्यकम खुला है‚ जिसमें वे सभी लोग आ सकते हैं। विपक्ष के दबाव में शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा की घोषणा तो कर दी लेकिन उसमें भी पेंच लगाया है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से आंख की रोशनी खो चुके और विकलांग हुए लोगों और पीडित लोगों को मुआवजा क्यों नहीं दिया जाएगाॽ उन्होंने कहा कि राज्य के लोग शराब और बालू माफिया से परेशान हैं। सरकार में भ्रष्टचारियों और अपराधियों के सम्मिलित होने के बाद बिहार में दर्जनभर से ज्यादा हत्याएं हो रही हैं‚ उनको भी सरकार मुआवजा क्यों नहीं दे रही हैॽ आखिर हत्या के लिए दोषी तो सरकार ही है। उन्होंने कहा कि भाजपा आतंकवादी‚ उग्रवादी‚ अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का मनाबेल तोड़़ने का काम करती है। बिहार में जब भाजपा की सरकार बनेगी तो यहां भी सरकार वही काम करेगी।