भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य परिषद की दो दिवसीय बैठक शनिवार को जनशक्ति भवन में सम्पन्न हुई। बैठक में दो नवम्बर २०२३ को पटना में भाजपा हटाओ देश बचाओ रैली करने का फैसला लिया गया। रैली की तैयारी को लेकर लगातार जन संघर्ष चलाये जाएंगे। भाकपा राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने बैठक के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी केंद्र की जनविरोधी नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ डॉ. भीम राव अम्बेडकर की जयंती १४ अप्रैल से १५ मई तक गांव–गांव पदयात्रा करेगी। आठ और नौ जून को जिला मुख्यालय पर जन सत्याग्रह और जेल भरो अभियान आयोजित करेगी।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी की सरकार सभी मोर्चे पर विफल साबित हुई। इस सरकार को २०२४ में केंद्र से हटाने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अभियान की शुरुआत कर दी है। पूरे राज्य में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से भाजपा सरकार की नीतियों का भंडाफोड किया जाएगा। आठ और नौ जून को जिला मुख्यालय पर जन सत्याग्रह एवं जेल भरो कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। सत्याग्रह की तैयारी को लेकर १६ मई से ०७ जून तक जिला स्तर पर प्रचार जत्था निकाले जाएत्गे। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा पूछ–ताछ के बहाने चुन–चुन कर विपक्षी नेताओं को जेल भेजा जा रहा है। सारे नियम–कायदे ताक पर रखकर ये एजेसियां भाजपा की राजनीतिक एजेंसी बनकर काम कर रही हैं। गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ केन्द्र का भेदभाव जारी है।
बैठक में राज्य में साम्प्रदायिक तनाव पैदा किये जाने के खिलाफ प्रस्ताव पारित किये गये। प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बिहारशरीफ‚ सासाराम और अन्य जगहों के प्रभावित इलाकों के आम लोगों से अफवाहों में नहीं पडने और शांति–सौहार्द स्थापित करने की अपील करती है तथा राज्य सरकार से घटना की उच्चस्तरीय जाँच कर दोषी व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करती है। बैठक की अध्यक्षता मिथिलेश कुमार झा‚ कॉमरेड मसऊद मंजर और डॉ. शम्भू शरण सिंह की अध्यक्ष मंड़ली ने की। बैठक को राजेन्द्र प्रसाद सिंह‚ जब्बार आलम‚ अवधेश कुमार राय‚ विजय नारायण मिश्र‚ अजय कुमार सिंह‚ प्रमोद प्रभाकर आदि ने संबोधित किया।