भारत संवाद अभियान के बारे में एक संगोष्ठी का आयोजन आज रानी फुलवन्ती सिंह उच्च माध्यमिक इन्टर विद्यालय काशीपुर बिइपुर( RS) वैशाली में आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम का संचालन संचालन सुदेश प्रसाद सिंह ने किया ।
भारत संवाद अभियान के बारे में प्रदेश संयोजक विजेंद्र कुमार अधिवक्ता ने कहा कि भारत संविधान अभियान नागरिकों का नागरिकों के लिए नागरिकों द्वारा चलाया गया अभियान है ।
भारत संवाद अभियान का उद्देश्य संविधान सम्मत नागरिक का निर्णय है नागरिक निर्माण की दिशा में इसे महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि आजादी के समय से छूटा हुआ यह कार्य जितनी जल्दी पूरा होगा उतनी जल्दी हम अपने तत्कालिक और दीर्घकालिक समस्याओं का अपने आप समाधान निकालने में कामयाब होंगे ।
भारत संवाद अभियान का उद्देश्य भारतीय संविधान द्वारा प्रतिष्ठित संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक भारतीय-राष्ट्र के प्रति भारतीय नागरिकों की निष्ठा को निरंतर संवारते-निखारते रहना है। भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के आदर्शों और भारतीय संविधान के मूलभूत मूल्यों को राष्ट्रीय-जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाए रखना एक स्वाभाविक नागरिक-कर्तव्य है। नागरिकों के बीच निरंतर परस्पर संवाद के जरिए ही यह नागरिक-कर्तव्य उनकी सोच का स्थायी हिस्सा बना रह सकता है। ऐसा होने पर संवैधानिक मूल्यों और संस्थाओं का तेजी से जारी अवमूल्यन रुकेगा और आगे उनकी मजबूती तथा नवीकरण होगा। तभी शासक-वर्ग द्वारा राष्ट्रीय परिसंपत्तियों को देशी-विदेशी कारपोरेट घरानों को बेचने; किसानों, मजदूरों, नौजवानों, छात्रों की कीमत पर कारपोरेट घरानों के हित में एक के बाद एक कानून बनाने; नागरिक स्वतंत्रताओं का हनन करने; और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की मुहिम को सफलतापूर्वक रोका जा सकेगा।
भारत के वे लोग जो अपनी नागरिक पहचान भारत के संविधान के साथ जोड़ कर देखते हैं, किसी धर्म, जाति, क्षेत्र, परिवार, व्यक्ति आदि के साथ नहीं, भारत संवाद अभियान के स्वाभाविक हिस्सेदार हैं। पूरे देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं होनी चाहिए। भले ही, पिछले तीन दशकों में नव-साम्राज्यवाद की सेवा में रत शासक-वर्ग द्वारा थोपे गए कारपोरेट-कम्यूनल गठजोड़ ने स्वतंत्रता आंदोलन और जटिल वैश्विक विकास के मंथन से निकले आधुनिक भारतीय-राष्ट्र की चेतना को बहुत हद तक विकृत कर दिया है।
विदेश में बसे भारतीयों को भी भारत संवाद अभियान में हिस्सेदारी करनी चाहिए। भारत में रुचि रखने वाले अथवा एक समतामय शांतिमय विश्व चाहने वाले अन्य देशों के नागरिक भी भारत संवाद अभियान में हिस्सा लेंगे तो उसकी व्यापकता बढ़ेगी। भारत संवाद अभियान में स्त्रियों और युवाओं की अधिकाधिक हिस्सेदारी उसे सार्थकता के नए आयाम प्रदान करेगी। सभी भाषाओं के पत्रकार भारत संवाद अभियान के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभा सकते हैं। भारत संवाद अभियान में सभी नागरिक अपना नियमित काम-काज करते हुए हिस्सेदारी कर सकते हैं। बेरोजगार नागरिकों की अभियान में अग्रणी भूमिका हो सकती है और वे अभियान की सबसे बड़ी ताकत बन सकते हैं।
भारत संवाद अभियान का कोई संचालक केंद्र अथवा संस्था नहीं है। यह नागरिकों का नागरिकों के लिए नागरिकों द्वारा चलाया जाने वाला अभियान है। इसमें एक व्यक्ति स्वयं से संवाद कर सकता है। दो लोग एक-दूसरे से संवाद कर सकते हैं। परिवार के सदस्य विभिन्न अवसरों पर आपस में संवाद कर सकते हैं। एक पेशे से जुड़े लोग अपना समूह बना कर संवाद कर सकते हैं। इच्छुक लोग ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए ‘भारत संवाद अभियान मण्डल’ बना सकते हैं। ये मण्डल अपने क्षेत्र में स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के बीच आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता और उसकी वैश्विक भूमिका से जुड़े विषयों पर चर्चाओं का आयोजन कर सकते हैं।
लोकतंत्र, नागरिक अधिकार, मानव गरिमा, धार्मिक-सांस्कृतिक बहुलता के साथ राज्य की कल्याणकारी भूमिका और समाजवाद के समर्थन में पुस्तकों, लेखों, पत्रिकाओं, वृत्तचित्रों, संगोष्ठियों, वीडियो भाषणों आदि की कमी नहीं है। तानाशाही, फासीवाद, आतंकवाद आदि कट्टरता के विविध रूपों का विरोध करने वाला साहित्य भी बड़ी मात्रा में उपलब्ध है। भारत संवाद अभियान का बल लोगों के बीच आपसी सीधे संवाद पर रहेगा।
भारत संवाद अभियान को संबोधित करते हुए कुमार राकेश अधिवक्ता , सुरेश प्रसाद सिंह , डॉक्टर गौरीशंकर, डॉक्टर महेंद्र प्रियदर्शी , प्रोफेसर अनिल दास , प्रोफ़ेसर लक्ष्मी जी एवं सभा की अध्यक्षता कुमार राकेश वरीय अधिवक्ता एवं संचालन सुदेश प्रसाद सिंह ने कहा कि यह अभियान अनोखा है । अनोखापन इसलिए कि सभी कामकाज करते हुए अभियान में हिस्सेदारी किया जा सकता है ।
इंजीनियर अमरेंद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि भारत संविधान संवाद अभियान एक ऐसा अभियान है जिसमें भारत की वह सभी नागरिक हिस्सेदार हैं जो अपनी पहचान भारत के संविधान से जोड़कर देखते हैं जाति धर्म क्षेत्र आदि से नहीं । भारत संवाद अभियान एक प्रक्रिया है, जिसमें सुझावों और अनुभवों के साथ संवर्धन होता चलेगा।