जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि तीन राज्यों के चुनाव नतीजे बीजेपी के घटते साम्राज्य का महत्वपूर्ण संकेत है। क्योंकि इस चुनाव के पूर्व त्रिपुरा, मेघालय एवं नागालैंड, इन तीनों राज्यों में बीजेपी गठबंधन सत्ता में थी, लेकिन इस बार मेघालय में न केवल सत्ता से बाहर हुई है बल्कि छठे नंबर पर लुढ़क गई है। यहाँ बीजेपी एनपीपी गठबंधन से बाहर निकल कर सभी सीटों पर उनके लड़ने के निर्णय को जनता ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है।
श्री प्रसाद ने बीजेपी के बड़बोले नेताओं को करारा जवाब देते हुए कहा है कि जहां नागालैंड में बीजेपी जूनियर पार्टनर है वहीं त्रिपुरा में भी उनकी सीटें घट गई। यह परिणाम बहुचर्चित ‘एक्ट ईस्ट ‘नीति को ज़ोरशोर से उछाले जाने एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं अन्य मंत्रियों के ताबड़तोड़ रैलियों के बाद हो पाया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में जिस पार्टी की सत्ता होती है, उसे पूर्वोत्तर में लाभ मिलता रहा है,इसके बावजूद उन्होंने मेघालय गँवाया है। इन चुनावों के ठीक पहले दिल्ली एमसीडी एवं हिमाचल प्रदेश भी बीजेपी गवाँ चुकी है। मात्र गुजरात में उन्होंने जीत दर्ज की। स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी एवं भाजपा का ग्राफ तेज़ी से गिरा है।
श्री प्रसाद ने कहा कि यदि विपक्षी एकता हो जाये तो वर्तमान स्थितियों में बीजेपी के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी वापसी मुश्किल हो जाएगी।