भारत बांड़ ईटीएफ की चौथी किस्त दो दिसम्बर को खुल गई है और आठ दिसम्बर तक खुली रहेगी। यह एक बेहद सुरक्षित निवेश है अलबत्ता रिटर्न की दर ज्यादा नहीं है। लंबी अवधि के इस वित्तीय उत्पाद को वर्ष २०१९ में पहली बार लांच किया गया था। इस उत्पाद में निवेश की जाने वाली रकम को एएए रेटिंग वाली कंपनियों में ही निवेश किया जाता है।
बाजार से जुड़े़ वित्तीय उत्पादों में जोखिम बहुत ज्यादा होता है। हर निवेशक जोखिम उठाने की क्षमता नहीं रखता। इसलिए अधिकतर निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में रहते हैं। सुरक्षित निवेश की श्रेणी में डे़ट फंड़ को रखा गया है। इसके तहत निवेशक की रकम को सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। भारत बांड़ ईटीएफ भी इसी कड़़ी का एक हिस्सा है। भारत बांड़ ईटीएफ की चौथी किस्त दो दिसम्बर को जारी हो गई है और यह आठ दिसम्बर तक निवेश के लिए खुली रहेगी। अगर आप भी सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं तो आपके लिए यह एक अच्छा अवसर साबित हो सकता है।
क्या है भारत बांड़ ईटीएफ
भारत बांड़ ईटीएफ टारगेट मैच्योरिटी फंड़ का एक हिस्सा है हालांकि इस ईटीएफ में टारगेट मैच्योरिटी फंड़ के मुकाबले कुछ भिन्नता है। इसलिए भारत बांड़ ईटीएफ में निवेश करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेना बेहद जरूरी है। वैसे भी हर निवेशक को चाहिए कि वह जिस वित्तीय उत्पाद में निवेश करने जा रहा है‚ पहले उसके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ले। उसके बाद ही निवेश का फैसला करे। भारत बांड़ ईटीएफ की शुरुआत २०१९ में हुई थी और अब चौथी किस्त निवेश के लिए पेश की गई है। लेकिन इसके बावजूद काफी कम निवेशक ही इस वित्तीय उत्पाद के बारे में पूरी जानकारी रखते हैं।
डे़ट फंड़ की श्रेणी
भारत बांड़ ईटीएफ डे़ट फंड़ की श्रेणी में रखा गया है। यह एक ऐसा फंड़ है जो निवेशक की रकम को फिक्स्ड़ इनकम वाली प्रतिभूतियों में ही निवेश करता है। खास बात यह है कि सरकारी कंपनियों में निवेश करने वाला यह फंड़ सिर्फ एएए श्रेणी की रेटिंग वाली कंपनियों में ही निवेशक का पैसा लगाता है। यह योजना एक तय अवधि की योजना है और योजना की अवधि पूरी होने के बाद निवेशक का पैसा उसके रिटर्न के साथ वापस मिल जाता है। इस फंड़ को इसलिए भी पेश किया गया है कि इससे सरकार को बाजार से पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी।
ड़ीमैट अकाउंट जरूरी
भारत बांड़ ईटीएफ में निवेश करने के लिए निवेशक का अपना ड़ीमैट अकाउंट होना जरूरी। अगर आपके पास ड़ीमैट खाता है तो आप फंड़ मैनेजर के माध्यम से इसमें निवेश कर सकते हैं। वर्ष २०१९ में एड़लवाइस एमएफ ने इस फंड़ को लांच करने में फंड़ मैनेजर की भूमिका निभाई थी। तब से अब तक वह तीन किस्ते इसकी लांच कर चुका है और अब यह चौथी किस्त लांच की गई है।
रिटर्न ज्यादा नहीं
अक्सर देखा जाता है कि जिस निवेश में उत्पाद में जोखिम ज्यादा होता है उसमें रिटर्न भी ज्यादा होता है। लेकिन अगर किसी वित्तीय उत्पाद में कम रिटर्न की दर कम है तो यह मान लीजिए वह बेहद सुरक्षित निवेश होगा। यही हाल भारत बांड़ ईटीएफ का भी है। इसमें रिटर्न की दर अर्थात यील्ड़ टू मैच्योरिटी सिर्फ साढ़े सात फीसद है। लेकिन इसमें फायदे वाली बात यह है कि इसमें निवेश करने वालों की रकम सरकारी कंपनियों खासकर एएए रेटिंग वाली कंपनियों में ही निवेश की जाती है इसलिए यह निवेश बेहद सुरक्षित निवेश की श्रेणी में रखा गया है।
कब होगी मैच्योरिटी
भारत बांड़ ईटीएफ की यह किस्त अप्रैल २०३३ में मैच्योर होगी। अर्थात लगभग १० साल से ज्यादा समय तक निवेशक का धन इसमें लगा रहेगा। इस हिसाब से अगर देखा जाए तो अप्रैल २०३३ में निवेशक को साढ़े सात फीसद रिटर्न के साथ उसका निवेश वापस मिल जाएगा। मौजूदा किस्त की यील्ड़ टू मैच्योरिटी की दर इस फंड़ आफर के आठ दिसम्बर को बंद होने के बाद ही पता चल सकेगी।
खरीद–फरोख्त संभव
वैसे तो यह स्कीम अप्रैल २०३३ में मैच्योर होनी है लेकिन जो निवेशक इतनी अवधि तक अपना निवेश बनाए रखते हैं वही फायदे में रहते हैं। यह एक ओपन एंडे़ड़ स्कीम है इसलिए निवेशक इसमें यूनिट्स को जब चाहे खरीद–फरोख्त कर सकता है। लेकिन इसमें निवेश लंबी अवधि तक बनाए रखने में ही समझदारी कही जा सकती है।
लंबी अवधि का नहीं चाहते निवेश ॽ
भारत बांड ईटीएफ चूंकि लंबी अवधि का फंड़ है इसलिए जो लोग लंबी अवधि तक निवेश नहीं बनाए रखना चाहते हैं तो वे किसी अन्य डे़ट फंड़ में अपनी रकम निवेश कर सकते हैं। हालांकि टैक्स बेनिफिट लेने के लिए कम से कम तीन साल की अवधि के निवेश का चयन करना बेहतर होगा।