बिहार में अब महागठबंधन की सरकार है। राजद के भरोसे नीतीश कुमार आठवीं दफे बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं. तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम हैं । उनके पास पांच-पांच विभागों का प्रभार है। सरकार में राजद एक ताकतवर सहयोगी के रूप में हैं। कहीं न कहीं सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के एजेंडे पर चलना शुरू कर दिया है। महागठबंधन की सरकार बनते ही मंत्रियों को लेकर विवाद शुरू हुआ जो थमने का नाम नहीं ले रहा। पहले राजद कोटे से विधि मंत्री कार्तिक मास्टर को लेकर फिर राजद कोटे के ही कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को लेकर विवाद बढ़ा। न सिर्फ बाहर बल्कि कैबिनेट मीटिंग के दौरान भी राजद कोटे के मंत्री को लेकर सीएम नीतीश असहज हो गए । पहली दफे नीतीश कुमार को यह दिन देखना पड़ा जब तत्कालीन कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कागज फेंकते हुए मंत्रिपरिषद की मीटिंग से बाहर निकल गए। मंगलवार को एक बार फिर कैबिनेट हॉल में असहज स्थिति उत्पन्न हो गई जब आपस में ही दो मंत्री भिड़ गए । दोनों में काफी कहासुनी हुई। हालांकि राहत वाली बात यह रही कि जब दोनों मंत्री आपस में उलझे थे तब सीएम नीतीश कैबिनेट मीटिंग हॉल में नहीं पहुंचे थे।
मंगलवार को सीएम के आने से पहले उलझे दोनों मंत्री
मंगलवार 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। मंत्रिमंडल कक्ष में 11.30 बजे से बैठक बुलाई गई थी। समय से पहले अधिकांश मंत्री कैबिनेट हॉल में पहुंच गए थे। इसी दौरान जब जेडीयू कोटे के एक वरिष्ठ मंत्री मंत्रिमंडल कक्ष में पहुंचे तो राजद कोटे वाले एक मंत्री ने उन्हें टोका, फिर उनके विभाग से संबंधित शिकायत को लेकर गंभीर और तल्ख टिप्पणी की। साथ ही जेडीयू कोटे वाले मंत्री पर भी टिप्पणी की। अपने खिलाफ बोलते देख-सुन जेडीयू कोटे वाले मंत्री ने आपत्ति जताई और करारा जवाब दिया। इसके बाद दोनों दल से जुड़े मंत्रियों के बीच वाक-युद्ध शुरू हो गया। इस दौरान अतीत की कटु बातों को भी दुहराया जाने लगा। इस दौरान एक-दूसरे की राजनीतिक हैसियत को भी सार्वजनिक किया जाने लगा। राजद और जेडीयू कोटे के मंत्रियों के बीच वाकयुद्ध जारी था तो हॉल में मौजूद अन्य मंत्री अवाक रह गए। इस दौरान कैबिनेट हॉल में राजद और जेडीयू कोटे के मंत्रियों के बीच अंदर ही अंदर खेमेबंदी भी शुरू हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हॉल में पहुंचते ही मामला शांत हो गया।
जानें कौन हैं वो दोनों मंत्री….
अब आप कहेंगे कि आखिर वो कौन दो मंत्री थे जो आपस में भिड़ गए। हम आपको बताएं कि राजद कोटे से जो मंत्री हैं वो काफी पुराने माने जाते हैं. विवादों से भी गहरा नाता रहा है। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद उनके केस हिस्ट्री को लेकर भी बीजेपी ने नीतीश कुमार पर सवाल खड़े किये थे। वैसे राजद कोटे वाले मंत्री उत्तर बिहार के मिथिलांचल से ताल्लुक रखते हैं. वहीं जेडीयू कोटे वाले मंत्री की अगर बात करें तो वे एलेक्टेड की बजाए सेलेक्टेड माननीय हैं. यह भी बताया जाता है कि वे हाऊस के काफी करीबी हैं.