चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में लड़कियों का नहाते हुए वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में बवाल मच गया है। नहाती हुई लड़कियों की वीडियो किसी और ने नहीं बल्कि उनके साथ ही रही एक लड़की ने ही बनाई। उसने वह वीडियो शिमला में बैठे एक पुरुष मित्र को भेजी और उसने उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद छात्रों समेत सोशल मीडिया पर तूफान आया हुआ है। छात्राओं के माता-पिता समेत पूरा देश सहम सा चुका है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि ये पढ़ने-लिखने वाले छात्र ऐसा नहीं कैसे कर सकते हैं। लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि इस तरह के कांड पहली बार हुए हैं। इससे पहले भी ऐसे कई कांड हुए हैं, जिनमें छात्र शामिल रहे और पूरे देश में बवाल मच गया था।
साल 2004 में वायरल हुई थी DPS स्कूल के नाबालिग छात्रों की अश्लील वीडियो
यह बात है वर्ष 2004 की। वह समय ऐसा था कि भारत में स्मार्टफोन बहुत ही सीमित लोगों के पास हुआ करते थे। उनमें भी ज्यादातर रियर कैमरे वाले फोन से ही लोग परिचित थे। 18 साल पहले हुए इस कांड में दिल्ली के DPS स्कूल में दो नाबालिग छात्र-छात्राओं का वीडियो सामने आया था। छात्र ने अपनी दोस्त के साथ अश्लील हरकतें करते हुए यह वीडियो रिकॉर्ड किया था। जिसके बाद वह वायरल हो गया था। मामले में सामने आया था कि जब उन दोनों छात्रों के बीच यह सब कुछ हो रहा था तो तब भी छात्रा को वीडियो रिकॉर्ड होने की जानकारी नहीं थी।
बाद में यह वीडियो कई अश्लील साइट्स पर भी वायरल होने लगा। आईआईटी के एक छात्र ने वीडियो क्लिप को एक वेबसाइट पर सेल करने के लिए लिस्ट भी कर दिया था। इसके बाद यह वीडियो दिल्ली से लेकर देश के कई हिस्सो में लोगों के मोबाइल पर पहुंच गया और इस कांड ने देश के हिलाकर रख दिया।
बॉयज लॉकर ने मचा दिया था देशभर में बवाल
2020 में बॉयज लॉकर रूम कांड ने भी देश को हिलाकर रख दिया था और नई बहस को जन्म दिया था। दरअसल, दिल्ली के नामी स्कूलों में पढ़ने वाले कुछ बच्चों ने इंस्टाग्राम पार बॉयज लॉकर रूम नाम का एक पेज बनाया था। इस ग्रुप में वे अपने साथ ही पढ़ने वाली छात्राओं के फोटो और वीडियो एडिट करके भेजते और अश्लील बातें करते। यहां तक कि ये लड़के लड़कियों के रेप का प्लान भी बनाते। जब ग्रुप पर अश्लीलता ज्यादा बढ़ गई तो एक सदस्य ने ग्रुप छोड़ दिया और उस पर हुई चैट्स का स्क्रीनशॉट ले लिया। इसके बाद यह वायरल हो गया। खास बात यह है कि ग्रुप में शामिल ज्यादातर लड़के नाबालिग थे।
मामले को लेकर देशभर में बवाल मचा। पुलिस ने ममला डार्क करके जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि ग्रुप का एडमिन एक लड़की थी, जिसने सिद्धार्थ नाम से एक फेक आईडी बनाकर यह ग्रुप बनाया था और इसमें लडको को जोड़ा था। हालांकि आरोपित लड़की का नाम सामने आने के बाद मामले को ठंडे बसते में डाल दिया गया था।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी VIDEO लीक केस का अब इंटरनेशल कनेक्शन सामने आ रहा है। जब रविवार को वीडियो लीक होने का मामला मीडिया में आया तो यूनिवर्सिटी की एक स्टूडेंट को वॉट्सऐप पर कॉल आई। इसमें धमक दी गई कि तुम्हारा भी वीडियो है वायरल कर देंगे। इस कॉल के बाद ही छात्राओं का गुस्सा भड़का और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
अब पढ़िए कनाडा से कॉल करने वाले ने लड़की से क्या बातचीत की…
2 मिनट 8 सेकंड की कॉल
CU हॉस्टल की लड़कियों को इंटरनेशनल नंबर +1(204) 819-9002 नंबर से कॉल की गई। लगभग 2 मिनट 8 सेकंड की इस फोन कॉल में फोन करने वाला धमका रहा है। कह रहा है कि तुम्हारी भी वीडियो बनी हुई है, वायरल कर दी जाएगी।
फोन रिकार्डिंग के अंश
स्टूडेंट: हेलो…कौन?
कॉलर: तू बाप से बात कर।
स्टूडेंट: तूने फोन क्यों किया?
कॉलर: तेरी वीडियो भी है, दिमाग से पैदल।
स्टूडेंट: मेरी कहां की वीडियो है बता, इतना दम नहीं है क्या?
कॉलर: प्लान बना है।
स्टूडेंट: काहे का प्लान।
कॉलर: कानों में क्या डाल रखा है, चढ़ गया सांप।
स्टूडेंट: कौन-सा प्लान, बोल कौन रहा है।
कॉलर: चल….और इसके बाद फोन कट गया।
पूरे मामले में अब तक क्या हुआ, 9 पॉइंट में समझिए पूरा केस
- शुक्रवार दोपहर 3 बजे 5 लड़कियों ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी हॉस्टल वार्डन से शिकायत की कि एक छात्रा ने उनकी वीडियो बनाई है।
- आरोपी छात्रा से दूसरी छात्राओं और वार्डन ने पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि मैंने वीडियो बनाकर शिमला के सन्नी को भेजी हैं।
- दिन भर यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई नहीं की तो रविवार तड़के सुबह 3 बजे लड़कियों ने हंगामा कर दिया। यूनिवर्सिटी के बुलाने पर पुलिस रोकने आई तो लड़कियां उनसे भिड़ गईं। पुलिस की गाड़ियां तोड़ दी गईं। जिसके बदले पुलिस ने लाठीचार्ज किया। रविवार को जब हॉस्टल में लड़की से पूछताछ की गई तो उसने अपने मोबाइल पर लड़के की फोटो दिखाई थी। कहा था कि इसने प्रेशर डाला था।
- इसी दौरान 8 लड़कियों ने खुदकुशी की कोशिश की। छात्राओं ने भी यह दावा किया। हालांकि, यूनिवर्सिटी प्रबंधन और पुलिस ने इस बात को अफवाह करार दिया।
- सुबह पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने दावा किया कि किसी दूसरी लड़की की वीडियो वायरल नहीं हुई। लड़की ने सिर्फ अपनी फोटो लड़के को भेजी।
- इस मामले में लड़की के खिलाफ IT एक्ट और दूसरों की प्राइवेसी भंग करने का आरोप लगा केस दर्ज कर लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया।
- हिमाचल पुलिस की मदद से पंजाब पुलिस ने सन्नी मेहता को रोहड़ू और रंकज वर्मा को शिमला के ढली से 2 लड़कों को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें पंजाब लाया जा चुका है।
- पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रबंधन की बातों और कार्रवाई से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं ने रविवार शाम को फिर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
- रात 1.30 बजे यूनिवर्सिटी प्रबंधन और प्रशासन ने छात्राओं की सभी मांगे मानने का आश्वासन दिया। जिसके बाद धरना खत्म हो गया।