भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव में नैतिक साहस है तो वे भाजपा नेताओं की अवैध संपत्तियों को चिह्नित कर बुलड़ोजर चलायें। इससे देश में नया संदेश जायेगा। उन्होंने कहा कि २०२४ के लोकसभा चुनाव में विपक्षी नेताओं को एकजुट करने में नीतीश कुमार महती भूमिका अदा करेंगे। बिहार की इस राजनीतिक घटना ने राष्ट्रीय राजनीति की दिशा बदल दी है। भाजपा जिस तरह से राज्य सरकारों को तोडती जा रही थी‚ उससे जनतंत्रा पर खतरा बढता जा रहा है।
श्री अंजान शुक्रवार को जनशक्ति भवन में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संविधान‚ लोकतंत्र‚ देश की गंगा–जमुनी–संस्कृति पर लगातार हमले कर रही है। भाजपा देश के आमलोगों‚ श्रमिकों के अधिकारों को छीनती जा रही है। भाजपा ने ईडी‚ सीबीआई और धन के बल पर जनता द्वारा चुनी गयी राज्य सरकारों को तोडकर‚ मध्य प्रदेश‚ महारष्ट्र‚ गोवा में अपनी सरकार बना ली। बिहार ने उसके इस अभियान पर ब्रेक लगाया। बिहार ने पुनः इतिहास दोहराया। आडवाणी रथ यात्रा निकालकर‚ पूरे देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंकने के फेर में थे‚ तो तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने उनके रथ को रोककर देश‚ संविधान और लोकतंत्र बचा लिया था।
उन्होंने कहा कि सरकार नई शिक्षा नीति लाकर छात्रों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित कर रही है। स्वास्थ्य सुविधा को भी बाजार के हवाले कर दिया गया है। आयुष्मान योजना लालीपॉप सिद्ध हो रही है। मौके पर भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडे़य भी मौजूद थे।