मोदी विरोधियों को प्राब्लम क्या हैॽ सब अपना–अपना काम कर हैं। फिर भी इनकी कांय–कांय बंद ही नहीं होती कि मोदी जी ने ये क्यों नहीं किया‚ वो क्यों कर दिया। अब झारखंड में हेमंत सोरेन की कुर्सी जा रही है‚ तो इसमें मोदी जी कहां से आ गएॽ भगवा पार्टी ने सीएम के खिलाफ गवर्नर से शिकायत की–विपक्ष में है‚ सो अपना काम किया। गवर्नर ने चुनाव आयोग को शिकायत भेज दी–मोदी जी ने बैठाया है‚ अपना काम किया। भगवा पार्टी ने मीडिया को बताया कि चुनाव आयोग ने गवर्नर से सीएम की सदस्यता खत्म करने की सिफारिा की है–विपक्ष में हैं‚ अपना काम किया। अब सीएम का इस्तीफा मांग रहे हैं‚ विपक्ष में हैं‚ अपना काम कर रहे हैं। बीच में सीबीआइ‚ ईडी वगैरह ने भी छापामारी की‚ अपना काम किया। यानी सब अपना–अपना काम कर रहे हैं‚ विरोधियों को तब भी प्राब्लम है। कह रहे हैं कि मोदी जी झारखंड में विपक्ष की सरकार क्यों गिराने पर तुले हैं! यह तो डे़मोक्रेसी नहीं हुई! ॥ या दिल्ली का ही मामला ले लो। दिल्ली में केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति में लेफ्टीनेंट गवर्नर ने गड़बड़ी बताकर टांग अड़ायी–मोदी जी ने बैठाया है‚ अपना काम किया। सीबीआइ अपनी थी‚ लेफ्टीनेंट गवर्नर ने सीबीआइ से जांच कराई‚ अपना काम किया। सीबीआइ ने छापे मार–मारकर घोटाले के नाम पर खूब धूल उड़ायी‚ अपना काम किया। भगवा पार्टी‚ सरकार का इस्तीफा मांगने सड़कों पर उतर आई–विपक्ष में है‚ अपना काम किया। मांगने से इस्तीफा मिलता नहीं दिखा‚ तो सरकार हटाने के लिए विधायकों की बीस–बीस करोड़ रुपये की बोली लगाई–भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस वाले हैं‚ अपना काम किया! सब ने बखूबी अपना–अपना काम किया‚ पर सरकार नहीं गिरी। विरोधी फिर भी मोदी जी को आपरेशन ‘कमल’ के फेल होने के ताने सुना रहे हैं! सब अपना–अपना काम कर रहे हैं‚ फिर हाय डेमोक्रेसी‚ हाय डेमोक्रेसी का विरोधियों का ये रोज–रोज का रोना क्योंॽ बाकी सब चंगा सी‚ बस डेमोक्रेसी मजबूत करने के लिए‚ अब विधायकों/ सांसदों की भी एमएसपी तय हो जानी चाहिए। महाराष्ट्र में पचास खोखा‚ उससे पहले कर्नाटक में पांच सौ खोखा‚ इधर दिल्ली में बीस खोखा‚ झारखंड में सिर्फ कुछ पेटी; इतनी गैर–बराबरी डेमोक्रेसी के लिए ठीक नहीं है।
ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नाबा किशोर दास को मारी गई गोली
ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नाबा किशोर दास को गोली मार दी गई है। घटना झारसुगुड़ा जिले के...