बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केन्द्रीय मंत्री किशन रेड्ड़ी ने भारतीय सेना के अग्निवीर के संबंध में जिस तरह की बातें कही है ‚ये पूरी तरह से निंदनीय और कहीं ना कहीं अग्निवीर भारतीय सेना का अपमान है और उनके मनोबल को गिराने वाला वक्तव्य है। ये लोग अविलंब माफी मांगे और उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पहले से ही समझ में आ रहा था कि भाजपा और इनके कारपोरेट घराने के लोग उन ७५ फीसदी अग्निवीर का अपने हित में इस्तेमाल करने के लिए ही है। इस तरह की अग्निवीर योजना लेकर आए हैं‚ जो कैलाश विजयवर्गीय के दिए बयान से ही स्पष्ट हो गया है । इस योजना में ना तो भविष्य की कोई चिंता है और ना ही पेंशन या अन्य तरह की बातें हैं । साथ ही साथ सेना में सेवा के पहले ही उन्हें कहीं ना कहीं ४ वषोंर् के बाद अलग कर दिया जाएगा ‚जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। इस तरह की बातों को देखते हुए ही कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इन अगिवीरों को ४ साल के बाद भाजपा के राज्य कार्यालय और अन्य कार्यालयों में गार्ड के तौर पर रख लिया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इन्हें जो तमगा अग्निवीर को मिलेगा उसका इस्तेमाल इस तरह के कायोंर् मे कर सकते हैं। इसके अलावा भाजपा के ही एक अन्य नेता और केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने भी कहा है कि इन अग्निवीर को ड्राइवर‚ बिजली का काम करने ‚कपडे धोने‚ बाल काटने ‚कपडे सिलने जैसे अन्य कामों के उपयोग में इस्तेमाल किया जाएगा ।
आंदोलन कर रहे युवाओं को भाजपा *द्वारा जिहादी कहना उनका अपमान
युवा राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने भाजपा विधायक हरिभूषण बचौल द्वारा अग्निपथ योजना के विरुद्ध आंदोलन कर रहे युवाओं को जिहादी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा आतताई कहने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह देश के छात्र – युवाओं का अपमान है। यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के जनविरोधी एवं तुगलकी फरमानों का देश के नौजवानों‚किसानों और आमजनों ने जब जब विरोध किया है तब तब मोदी सरकार एवं भाजपा के नेताओं ने अलग अलग नाम देकर आंदोलन को बदनाम करने का काम किया है। जैसे कृषि कानून के विरुद्ध आंदोलन करने वालों को खालिस्तानी कह रहे थे। सीएए – एनआरसी के विरुद्ध आंदोलन करने वालों को बांग्लादेशी‚ रोहिंग्या और देशद्रोही कह रहे थे। वहीं आज अग्निपथ योजना के विरुद्ध आंदोलन कर रहे छात्र–युवाओं को जिहादी‚आतताई‚ गुंडे और उपद्रवी कहकर आंदोलन को बदनाम कर रहे हैं।