राष्ट्रपति चुनाव की तारीखें नजदीक आने के साथ ही सभी दलों की बेचैनी भी बढ़ गई है. अभी तक सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी तक अपने उम्मीदवार का नाम नहीं तय कर पाई है, तो विपक्षी दलों के तीन संभावित उम्मीदवार खुद ही पीछे हट चुके हैं. इसमें फारुख अब्दुल्ला, शरद पवार और गोपालकृष्ण गांधी जैसे नाम हैं. इन सबके बीच बीजेपी पार्लियामेंट बोर्ड की बैठक दिल्ली में हो रही है, जिसे ‘मंथन’ नाम दिया गया है. इस मंथन में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. वहीं, विपक्षी दलों की बैठक खुद शरद पवार ने बुलाई है. जिसमें राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार के नाम पर चर्चा हो सकती है.
दिल्ली में बीजेपी का ‘मंथन’
बीजेपी (BJP) ने आज शाम संसदीय दल की बैठक (Parliamentary Board Meet) बुलाई है. इस बैठक को मंथन बैठक का नाम दिया गया है. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी (PM Narendra Modi) भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं. बता दें कि बीजेपी ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए विपक्ष सहित अन्य राजनीतिक दलों के साथ परामर्श करने के लिए अधिकृत किया था.
शरद पवार ने बुलाई विपक्ष की बैठक
आज इसी मुद्दे पर NCP अध्यक्ष शरद पवार ने भी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. सूत्रों की माने तो अब विपक्ष राष्ठ्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत सिंहा के नाम पर चर्चा कर रहा है. दरअसल, पहले NCP चीफ शरद पवार, फिर नेशनल कांफ्रेस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और अब पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी के नामों की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है. ऐसे में नए नाम पर चर्चा हो सकती है. अब देखना होगा कि आज होने वाली दोनों पक्षों की बैठकों में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर किन नामों पर मुहर लगेगी.
इधर पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के एक ट्वीट से राजनीतिक जानकारों के बीच काफी हलचल देखने को मिल रही है. इस ट्वीट के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं. यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में वित्त मंत्री और विदेश मंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं. यशवंत सिन्हा ने 2018 में बीजेपी को छोड़ा था, वह अब तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं.
राष्ट्र हित में पार्टी से अलग होंगे सिन्हा
मंगलवार सुबह टीएमसी के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने ट्वीट में लिखा कि टीएमसी पार्टी में मुझे इतना सम्मान और प्रतिष्ठा देने के लिए मैं ममता जी का शुक्रगुजार हूं. अब समय आ गया है कि मैं एक बड़े राष्ट्रीय हित में पार्टी से अलग होकर विपक्ष की वृहद एकता के लिए काम करूं. इसी ट्वीट के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद उन्हें विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है. हालांकि उन्होंने अपने इस ट्वीट के अलावा राष्ट्रपति चुनाव पर कुछ भी कहने से मना कर दिया.
तीन विपक्षी उम्मीदवार वापस ले चुके हैं नाम
बताया जा रहा है कि यशवंत सिन्हा का नाम सामने आने से पहले विपक्ष ने तीन और नेताओं को इस पद के लिए अनुरोध किया था. ये तीन नेता हैं – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी. पहले दो नेताओं के मना करने के बाद सोमवार को गोपालकृष्ण गांधी ने भी विपक्ष के इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया.