इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (Indira Gandhi Institute of Medical Science) में संक्रमितों के 13 सैंपल की जिनोम सिक्वेंसिंग में ओमिक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) की पुष्टि हुई है। लगभग दो माह पूर्व के सैंपल की लैब में 10 दिन पहले जीनोम सिक्वेंसिंग की गई। इमसें 12 सैंपल में बीएन.2 वायरस मिला, जबकि एक सैंपल में बीए.12 मिला है।
बिहार में कोरोना का नया वैरिएंट BA.12 मिला है। यह यह तीसरी लहर के BA.2 वैरिएंट से 10 गुना अधिक खतरनाक बताया जा रहा है। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में डिटेक्ट हुए नए स्ट्रेन के केस देश में काफी कम है। दिल्ली में इसके एक-दो मामले सामने आए हैं। अब इस नए वैरिएंट BA.12 को लेकर स्टडी की जा रही है। साइंटिस्ट का कहना है कि BA.12 सबसे पहले US में डिटेक्ट हुआ था। ऐसे में इस वैरिएंट ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है।
13 सैंपल की जिनोम सीक्वेंसिंग में हुआ खुलासा
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में 13 सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी। काफी लंबी प्रक्रिया से सैंपल को गुजारने के बाद चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है। पटना के IGIMS की माइक्रोबायोलॉजी की HOD प्रोफेसर नम्रता कुमारी का कहना है कि 2 महीने तक सीक्वेंसिंग का काम बंद था, क्योंकि नए मामलों की संख्या कम हो गई थी। कोरोना का संक्रमण भी काफी सामान्य हो गया था, लेकिन देश में अचानक से बढ़े मामले तो बिहार के सैंपल की सीक्वेंसिंग की गई।
हाल ही में सीक्वेंसिंग के लिए आए 13 सैंपल में एक में चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है। साइंटिस्ट डॉ अभय का कहना है कि 12 सैंपल में BA.2 मिला है, लेकिन एक सैंपल में BA.12 मिला है। साइंटिस्ट का कहना है कि BA.2 की तुलना में BA.12 की संक्रमित करने की क्षमता कई गुना अधिक है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यह ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से 10 गुना अधिक खतरनाक है।
नए वैरिएंट से संक्रमित की स्टडी
कोरोना के नए US में डिटेक्ट होने वाले वैरिएंट से संक्रमित की पूरी पड़ताल की जा रही है। जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद से ही उसकी केस स्टडी खंगाली जा रही है। क्योंकि मामला पटना से जुड़ा है, इस कारण से उसके संपर्क में आने वालों की भी जांच पड़ताल कराई जा रही है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर XE वैरिएंट और BA.12 वैरिएंट की बात करें तो अभी तक इसके बारे में अधिक डाटा उपलब्ध नहीं है, लेकिन दुनिया में कई जगह पहले से BA.12 डिटेक्ट किया जा चुका है और सबसे पहले इसे US में डिटेक्ट किया गया था।
जानिए कैसा है नया वैरिएंट
- नया वैरिएंट BA.12 पूरी तरह BA.1 और BA.2 से अलग है।
- यह वैरिएंट ओमिक्रॉन का ही नया म्यूटेंट वैरिएंट है।
- यह XE वैरिएंट से भी काफी अलग है।
- XE रिकॉम्बिनेशन वैरिएंट है और यह म्यूटेंट वैरिएंट है।
- BA.12 ओमिक्रॉन के BA.1 और BA.2 की तरह एक सब वैरिएंट है
बिहार कोरोना की खतरनाक एंट्री
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना के नए वैरिएंट के डिटेक्ट होने से राज्य में बड़ा खतरा माना जा रहा है, क्योंकि अभी तक कोरोना के वायरस को लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग नहीं हुई थी। कोरोना की तीसरी लहर के ठंडे पड़ने के बाद से मामला हल्का हो गया था, लेकिन देश में मामला बढ़ने के बाद फिर से जांच हो रही है।
विस्तृत स्टडी का डाटा नहीं होने से अभी इस पर छानबीन की जा रही है। लेकिन यूएसए में सबसे पहले BA.12 डिटेक्ट किया गया था और वहां काफी मामले भी आए। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की डॉक्टर नम्रता कुमारी का कहना है कि भले ही इस वैरिएंट की संक्रामकता अधिक बताई जा रही हो लेकिन नए वैरिएंट से अभी घबराने की आवश्यकता नहीं है। राज्य में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है और नए वैरिएंट पर स्टडी जारी है