आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने बुधवार को पूर्व अंचलाधिकारी (सीओ) व पूर्व थानेदार के ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी को यह पता चला कि दोनों अफसरों ने काफी चल–अचल संपत्ति अर्जित की है। इनपर बालू के अवैध उत्खनन व गैर कानूनी व्यापार के आरोप हैं। औरंगाबाद जिले के बारुण के तत्कालीन अंचलाधिकारी बसंत कुमार राय के वैशाली जिले के लालगंज के युसूफपुर स्थित पैतृक आवास के साथ ही पटना के ठिकानों को भी खंगाला। पटना के शास्त्रीनगर थाने के भट्टाचार्य रोड़ में उनके बड़े भाई के मकान पर भी छापेमारी की गई। लालगंज में इओयू की टीम करीब सुबह नौ बजे पहुंच गई और शाम तीन बजे तक जांच में जुटी रही। बंद घर मे घंटों जांच पड़ताल की। छापेमारी के दौरान पता चला कि राय ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खुद व अपनी पत्नी के नाम पर काफी संपत्ति अर्जित की है। इन्होंने पटना के दीघा में अपनी पत्नी के नाम पर साढे चार डि़समिल जमीन ३५‚ ६२‚ ००० रुपये में खरीदी। इस जमीन पर चार मंजिला मकान निर्माणाधीन है। इन्होंने कई बीमा एवं अन्य वित्तीय संस्थानों में निवेश किया है‚ जिसके साक्ष्य मिले हैं। इन्होंने संपत्ति खरीदने पर ६०.८२ लाख रुपये व्यय किया। इनकी चल संपत्ति लगभग २१८७८८३ रुपये मूल्य की पायी गयी है। इनकी अनुमानित आय ४७३७५७८ रुपये पायी गई। इनकी सम्पत्ति ५६७७५७८ रुपये पायी गयी है‚ जो आय के ज्ञात का श्रोत से ११९.८ प्रतिशत अधिक है। विदित हो कि सीओ बसंत कुमार राय बालू के अवैध खनन से जुड़े माफियाओं से संबंध होने को लेकर चर्चा में आये थे। तब से जांच एजेंसियों की रड़ार पर थे। इसके साथ ही भोजपुर के अजीमाबाद के तत्कालीन थानेदार कृपा शंकर साह के पटना व बेगूसराय स्थित ठिकानों को भी ईओयू की टीम ने खंगाला। छापेमारी के दौरान पता चला कि साह ने अपनी पत्नी के नाम से मनेर में चार भूखंड़ करीब १० लाख रुपये में खरीदे। साथ ही रामकृष्णा नगर में पौन कठा जमीन करीब १९ लाख रुपये में ली। इस जमीन पर तीन तल्ला मकान भी इन्होंने बनवाया। पूर्व थानेदार द्वारा वित्तीय संस्थानों में लाखों के निवेश किये जाने के साक्ष्य मिले हैं। इनकी आय से अधिक ५८१८०८७ रुपये की संपत्ति पायी गयी है‚ जो ५४.१४ फीसद अधिक है। पुलिस अवर निरीक्षण साह रोहतास‚ पटना एवं भोजपुर जिले में पदस्थापित रहे हैं।
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