बिहार में भीषण गर्मी की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त है। दिनों दिन पारा चढ़ता ही जा रहा है। लू के सितम से लोग परेशान हैं। प्रचंड गर्मी का असर सुबह आठ बजे से दिखने लगता है और शाम ढलने के बाद भी गर्म हवाएं परेशानी बढ़ा रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि भीषण गर्मी को देखते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। इस गर्मी से आमजनों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसे देखते हुए राज्य के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकीय इलाज के लिए अस्पतालों में डेडिकेटेड वार्ड की व्यवस्था की जा रही है। गर्मी व लू से होने वाली बीमारियों जैसे डायरिया एवं अतिसार से संबंधित ओआरएस पाउडर समेत सभी प्रकार की आवश्यक दवाओं की उपलब्धता अस्पतालों में सुनिश्चित की जा रही है।सभी सिविल सर्जनों को सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल तथा जिला के प्रभावित क्षेत्रों के निकटतम सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में रोस्टर संधारित कर अतिरिक्त चिकित्सकों एवं पारा चिकित्साकर्मियों की 24 घंटे तैनाती सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है।
24 घंटे में 40 डिग्री के पार वाले जिले
24 घंटे में अधिकतर जिलों के तापमान 40 डिग्री के पार रहा है। इसमें पटना 42 डिग्री सेल्सियस, गया 42.3 डिग्री, भागलपुर 41.2 डिग्री, सुपौल 40.4 डिग्री, डेहरी 42.6 डिग्री, शेखपुरा 43 डिग्री सेल्सियस, जमुई 42.6 डिग्री, बक्सर 45.6 डिग्री, वैशाली 40.9 डिग्री, औरंगाबाद 42.4 डिग्री, बांका 43.6 डिग्री, नवादा 42.6 डिग्री, नालंदा 41.9 डिग्री, और जीरोदेई में 41.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
मौसम शुष्क बने रहने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक सतह से 1.5 KM ऊपर तक शुष्क पश्चिमी हवा का प्रवाह बना हुआ है, जिसके आने वाले अगले दो दिनों में मंद होने की संभावना है। इसलिए अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कुछ भागों में विशेषकर दक्षिण पश्चिम दक्षिण मध्य भागों में लू जैसी स्थिति बनी रहेगी। दक्षिण पूर्व भाग के एक दो स्थानों पर लू की स्थिति परेशानी बन सकती है, 12 जिलों में लू की चेतावनी दी जा रही है।
इन जिलों में लू को लेकर किया गया अलर्ट
- बक्सर
- कैमूर
- भोजुपर
- रोहतास
- औरंगाबाद
- गया
- नालंदा
- नवादा
- शेखपुरा
- जमुई
- बांका
- भागलपुर
लू के दौरान आम लोगों से अपील
लू के दौरान आम लोगों से अपील की गई है कि दोपहर में घर से बाहर नहीं निकलें। तेज धूप में पारा 44 डिग्री के पार हो सकता है। ऐसे में लू को लेकर पूरी तरह से अलर्ट रहना होगा। सेहत को लेकर लोगों से अपील की गई है कि सेहत की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सावधान रहे। सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से एहतियात बरती जाए। शरीर में पानी की कमी नहीं होने पाए जिससे लोगों को गर्मी और लू में कोई परेशानी हो।
पटना में कल से बदला स्कूल का टाइम
प्रचंड गर्मी को लेकर स्कूलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अब कोई भी शैक्षणिक क्लास 11.45 के बाद नहीं चलेगी। प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए मनमानी करने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। पटना में गर्मी का प्रभाव दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, इसे लेकर ही स्कूलों को विशेष निर्देश दिया गया है। आदेश साेमवार 18 अप्रैल से प्रभावी होगा।
बच्चों के खतरे को लेकर अलर्ट
पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने जिले के सभी विद्यालयों में सभी विद्यालयों में सुबह 11.45 बजे के बाद सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है। डीएम का कहना है कि यह आदेश अधिक तापमान और विशेष रूप से दोपहर के समय अधिक गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना को लेकर जारी किया गया है।
नहीं चलेगी स्कूलों की मनमानी
डीएम ने आदेश में कहा है कि मौसम काफी प्रतिकूल है, ऐसे में मौसम में बच्चों को बड़ा खतरा है। आदेश में कड़ा निर्देश है कि जो भी मनमानी करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह प्रतिबंध प्री-स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित जिले के सभी विद्यालयों पर लागू होगा। यह आदेश 18 अप्रैल से लागू होगा।
वहीँ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी सदर अस्पताल के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल और अनुमंडलीय अस्पताल में मौजूद एंबुलेंस में लगे एसी, आक्सीजन एवं अन्य उपकरण दुरुस्त स्थिति में है, ताकि संबंधित मरीजों का अविलंब उपचार हो सके।
सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में अतिरिक्त विशेषज्ञ चिकित्सक आनकाल ड्यूटी पर 24 घंटे मौजूद रहेंगे, ताकि आपातकालीन स्थिति में सूचित किए जाने पर वे शीघ्र संबंधित अस्पताल में उपस्थित हो सकें। भीषण गर्मी के मद्देनजर सभी सरकारी अस्पतालों के सामान्य वार्ड में एसी, कूलर और पंखा समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को भी दुरूस्त करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही गर्म हवा और लू से बचाव की जानकारी आम जनमानस को उपलब्ध कराने हेतु जिलास्तरीय आपदा प्रबंधन शाखा से समन्वय बना प्रचार-प्रसार कराने पर विशेष जोर देने को कहा गया है।