विधानसभा में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज की समय को लेकर हंगामा हुआ. सीपीआई विधायक महबूब आलम और AIMIM के अखतरुल ईमान नारेबाजी करने लगे. दोनों विधायकों ने वेल में जाकर हंगामा किया. दरअसल स्पीकर विजय सिन्हा ने जुम्मे की नमाज की शुक्रवार को समय में बदलाव किया था जिसका दोनों विधायक विरोध कर रहे थे.
बिहार विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन जुम्मे की नमाज की समय को लेकर विपक्ष के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. इस दौरान विधायक महबूब आलम और AIMIM के अखतरुल ईमान नारेबाजी करने लगे. दोनों मुस्लिम विधायक वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे. दरअसल, स्पीकर विजय सिन्हा ने जुम्मे की नमाज को लेकर शुक्रवार को समय में बदलाव किया था. दूसरे शुक्रवार को जहां 12:30 बजे जुम्मे के दिन अवकाश कर दिया जाता था आज समय बढ़ा दिया गया. स्पीकर का कहना है कि समय कम रहने की वजह से ऐसा किया गया है. हंगामा होने पर बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि इससे पहले विधानसभा में जब आनंद मोहन पर सवाल आया था तो विपक्ष की तरफ से शुक्रवार को समय बढ़ाने की अपील की गई थी. उन्होंने कहा कि आज जब सत्तारूढ़ दल को अपनी बात कहनी है तो विपक्ष क लोग हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये दोहरी नीति है.
दरअसल, जब सदन की कार्यवाही चल रही थी तो 12:30 बजने के बाद भी स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कार्यवाही रद्द नहीं की तथा कहा कि सदन की मंजूरी से सदन की कार्यवाही की अवधि बढ़ाई जाती है. स्पीकर के इस ऐलान के पश्चात् सबसे पहले कांग्रेस MLA विजय शंकर दुबे ने इसका विरोध किया. इसके उत्तर में स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सदन में उपस्थित सभी मुस्लिम विधायकों से मंजूरी लेने के बाद ही सदन की कार्यवाही का समय बढ़ाने का निर्णय लिया है. तत्पश्चात, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के MLA अख्तरुल इमान एवं CPI माले के MLA महबूब आलम हंगामा करने लगे जिससे खफा होकर स्पीकर ने महबूब आलम से कहा कि राजनीति एवं सदन की कार्यवाही एक साथ नहीं चलेगी तथा उन्हें दोनों में तालमेल बिठाना पड़ेगा.
वही इसी बीच, भारतीय जनता पार्टी MLA प्रदीप कुमार ने बिहार में गौशाला की जमीन माफिया के द्वारा हड़प लेने के मसले को लेकर सदन को अवगत कराना आरम्भ किया. लेकिन इस के चलते भी अख्तरुल इमान एवं महबूब आलम हंगामा करते रहे. इसी हंगामे के बीच RJD MLA ललित यादव ने भी स्पीकर विजय कुमार सिन्हा से अपील की कि जुम्मे की नमाज को ध्यान में रखते हुए सदन की कार्यवाही को 12:30 बजे ही रद्द कर दिया जाना चाहिए. ललित यादव ने कहा कि सदन में जुमे की नमाज को लेकर जो पहले से प्रथा चली आ रही है उस प्रथा को कायम रहने दिया जाना चाहिए तथा सदन की कार्यवाही को शुक्रवार को 12:30 बजे ही ख़त्म किया जाना चाहिए. वही जब विपक्ष की तरफ से जुमे की नमाज को लेकर जोरदार हंगामा चल रहा था तो भारतीय जनता पार्टी MLA संजय सरावगी ने भी बीच में हस्तक्षेप किया और इल्जाम लगाया कि 12:40 बजे तक स्वयं महबूब आलम सामाजिक कल्याण विभाग से जुड़ा हुआ अपना सवाल पूछ रहे थे लेकिन जैसे ही भाजपा MLA चंद्र कुमार ने गौशाला की जमीन का मुद्दा उठाया तो वह सदन के वेल में आ गए तथा हंगामा करने लगे. वही इस पूरे हंगामे को देखते हुए स्पीकर को सदन की कार्रवाई दिन में 2:00 बजे तक रद्द करनी पड़ी.