बिहार की सरकार में प्रमुख दल जदयू में शीर्ष नेताओं के बीच विवाद की चर्चाओं के बीच केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने शनिवार को अपनी पुरानी बात फिर से दोहराई। आरसीपी से यह सवाल किया गया था कि जदयू प्रदेश नेतृत्व ने सात लोगों की सूची जारी कर उन्हें यह अधिकृत किया है कि पार्टी से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी के लिए यही सात लोग अधिकृत हैं। इस क्रम में पूर्व में नियुक्त पार्टी प्रवक्ता सुहेली मेहता को हटा भी दिया गया है।
आपको बता दें कि आरसीपी सिंह और जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के बीच कई मसलों पर मतभेद सार्वजनिक पटल पर भी आ चुका है। ललन सिंह से ठीक पहले आरसीपी ही जदयू के अध्यक्ष थे। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उन्हें एक पद छोड़ने के लिए पार्टी की ओर से कहा गया। इसके बाद ललन सिंह जदयू के अध्यक्ष बने। शनिवार को आरसीपी ने पटना में कहा कि जदयू के संगठन में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। अपने अभियान के क्रम में यात्रा से लौटने के बाद पटना में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करने की कही
इस्पात मंत्री ने कहा कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उमेश कुशवाहा प्रदेश अध्यक्ष। मुख्यालय के पदाधिकारियों द्वारा कार्यकर्ताओं को समय-समय पर दिशा-निर्देश मिलता रहता है। इसे पार्टी के भीतर विवाद के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए। इस पर आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी पूरी तरह से एक साथ सक्रिय है। आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद भी आरसीपी संगठन के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क में रहते हैं।