पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व विधायक तेजप्रताप यादव ने नीतीश सरकार को लेकर बडा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी से मेरी बात लगातार हो रही है। उनके साथ ‘हम’ के जीतन राम मांझी और जदयू के उपेन्द्र कुशवाहा तीनों हमारे साथ जल्द आएंगे। उन्होंने दावा किया कि ज्यादा नहीं‚ सिर्फ चार दिन इंतजार कीजिए‚ ये तीनों हमारे साथ आएंगे। कहां आएंगे‚ वह जगह भी हम सबको बता देंगे। एनड़ीए में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा उग्र मुकेश सहनी नजर आ रहे हैं। मछुआरों को आरक्षण दिलाने के सवाल पर वह किसी भी पार्टी से लडने–भिडने को तैयार हैं। एनड़ीए में रहकर भी इन दिनों भाजपा के खिलाफ बयान दे रहे हैं और नीतीश कुमार की तारीफ कर रहे हैं।
यदि बात जदयू के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र कुशवाहा की करें तो उन्होंने केन्द्र सरकार के बजट की आलोचना कर अलग ही मैसेज दे दिया है। वहीं नीतीश कुमार ने बजट की तारीफ की है। जीतन राम मांझी को एनड़ीए की ओर से आश्वासन दिया गया है‚ इसलिए वह २४ सीटों पर होने वाले विधान परिषद चुनाव में सीटों के सवाल पर चुप हैं। लेकिन वे जब–तब एनड़ीए के अंदर अपनी अलग लकीर खींचते रहे हैं। चाहे वह शराबबंदी का सवाल हो या विशेष राज्य के दर्जे का। तीन बडे नेता जीतन राम मांझी‚ उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश सहनी अपने बयानों से अपनी नाराजगी बयां करते रहे हैं। अब जब लालू प्रसाद के बडे बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने यह कह दिया है कि चार दिन में ये तीनों नेता राजद के साथ आ जाएंगे तो बारिश के बाद बढी ठंड के बीच राजनीति गरमा गई है।
पिता लालू यादव पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे
राजद की १० फरवरी को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव होगा। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि तेजस्वी यादव को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसी बीच लालू के बडे बेटे तेजप्रताप यादव ने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि उनके पिता लालू यादव पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे। ऐसी अटकलें हैं कि बैठक में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पार्टी की बागडोर अपने छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सौंप सकते हैं। हालांकि जब इसके बारे में तेज प्रताप से पूछा गया तो उन्होंने कहा‚ ‘हमारे पिता पहले से ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उन्होंने शुरू से ही संगठन को बहुत अच्छी तरह से चलाया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष वही हैं और वही रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि लालू यादव १५ फरवरी को झारखंड में १३९ करोड रुपये के डोरंडा चारा घोटाला मामले से जुडे आखिरी और अंतिम मामले में फैसला आने से पहले तेजस्वी को पार्टी की कमान सौंपना चाहते हैं।
लालू फिलहाल इस मामले में जमानत पर बाहर हैं। बेशक दोनों भाइयों के बीच आरजेडी की कमान संभालने को लेकर तकरार की खबरें सामने आती रहती हैं‚ लेकिन तेजप्रताप का कहना है कि उनका रिश्ता सौहार्दपूर्ण है। उन्होंने हमेशा अपने छोटे भाई को अर्जुन और खुद को कृष्ण बताया है।