तमिलनाडु में ओमिक्रॉन के 33 नए केस मिले हैं। राज्य में अब कुल ओमिक्रॉन मरीजों की संख्या 34 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चेन्नई में 26, सलेम में 1, मदुरै में 4 मामले और तिरुवनमलाई में 2 मामले दर्ज किए। इन नए मामलों के साथ ही देश में ओमिक्रॉन के कुल मरीजों की संख्या 287 हो गई है।
अथॉरिटीज ने बताया कि इन ओमिक्रॉन संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को ट्रैक किया जा रहा है। कुछ लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग के नतीजे अभी नहीं आए हैं। माना जा रहा है कि ओमिक्रॉन मरीजों की और बढ़ सकती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी जे राधाकृष्णन ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। कोविड गाइडलाइन का पालन करते रहना होगा।
पश्चिम बंगाल के नदिया में कोविड ब्लास्ट, नवोदय स्कूल के 29 बच्चे पॉजिटिव मिले
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक स्कूल के 29 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिससे यहां हड़कंप मच गया है। स्कूल के बाकी छात्रों और टीचर्स की भी कोरोना जांच कराई जा रही है। माना जा रहा है कि संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है। कल्याणी इलाके में स्थित नवोदय केंद्रीय विद्यालय के सभी संक्रमित बच्चों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। डॉक्टर्स की एक टीम की निगरानी में इनका इलाज चल रहा है।
देश में बीते दिन 7,495 नए कोरोना केस मिले

देश में बीते 24 घंटे में 7,495 नए कोरोना केस मिले और 434 मरीजों की मौत हुई। इस दौरान 6,960 लोग कोविड को मात देकर रिकवर हुए। देश में फिलहाल 78,291 एक्टिव केस हैं और 3.42 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 4.78 लाख से ज्यादा की मौत हुई है। अगर वैक्सीनेशन की बात करें तो अब तक 1.39 अरब से ज्यादा डोज लग चुके हैं।
PM मोदी कोरोना पर आज हाई लेवल मीटिंग करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को लेकर आज हाई लेवल समीक्षा बैठक बुलाई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और दूसरे कई विभागों के अफसर मौजूद रहेंगे। इस दौरान ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने को लेकर चर्चा होगी। मालूम हो कि ओमिक्रॉन की एंट्री अब उत्तराखंड और हरियाणा में भी हो चुकी है। देशभर में ओमिक्रॉन के कुल केस बढ़कर 287 हो गए हैं।
अमेरिका में कोविड की एंटी वायरल टैबलेट को मंजूरी

यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने फाइजर की पैक्सलोविड कोविड-19 पिल को मंजूरी दे दी है। यह पिल 12 साल या उससे ज्यादा उम्र के हाई-रिस्क वाले कोरोना संक्रमितों को दी जा सकती है। पिल को मंजूरी मिलने पर FDA के सेंटर फॉर ड्रग इवैल्युएशन एंड रिसर्च के डायरेक्टर पैट्रीजिया कैवाजोनी ने कहा कि महामारी से लड़ाई में यह एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार होगा जब कोरोना मरीजों का इलाज पिल के जरिए होगा।
इससे पहले अमेरिकी ड्रग निर्माता कंपनी फाइजर ने कहा था कि उनकी एंटीवायरल कोविड पिल कोरोना के खिलाफ 90% प्रभावी है। इस दवा से हाई रिस्क पेशेंट्स को मौत या अस्पताल में भर्ती होने से बचाया जा सकता है। लैब डेटा के मुताबिक, यह दवा कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भी कारगर साबित हुई है।