सूबे के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि लेदर व फुटवेयर उद्योग की स्थापना के लिए हमने बिहार में कई उपयुक्त जगह चिह्नित कर रखे हैं‚ जो कच्चे माल और कुशल कारीगरों व श्रमशक्ति की उपलब्धता के लिहाज से देश के अन्य लेदर हब को न सिर्फ टक्कर दे सकते हैं बल्कि बेहतर साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पॉलिसी का मसौदा तैयार करने में बहुत मेहनत की गई है। हमारी टीम ने कई राज्यों की पॉलिसी का बारीकी से अध्ययन किया है और उद्योग जगत से मिले अब तक के सुझावों को भी इसमें आत्मसात किया गया है ताकि पॉलिसी आने पर बिहार में निवेश के सभी द्वार खुल जाएं और उद्योगपति राज्य में निवेश के अवसर को किसी हाल में नजर अंदाज न कर पाएं। बिहार को उद्योग क्षेत्र में तेजी से आगे ले जाने के लिए की जा रही कोशिशों में सोमवार को एक और बडी कामयाबी मिली। टेक्सटाइल‚ लेदर व फुटवेयर पॉलिसी लाने से पहले इस प्रक्षेत्र के देश के बडे उद्योगपतियों से उनका सुझाव लेने और पॉलिसी को बेहद आकर्षक बनाने की कोशिशों के तहत दिल्ली में अहम बैठक हुई।
दिल्ली के ताज पैलेस होटल में देश के लेदर व फुटवेयर सेक्टर के नामी उद्योगपतियों के साथ बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन का विस्तृत संवाद हुआ और इसमें बिहार को लेदर व फुटवेयर निर्माण और निर्यात का हब बनाने के लिए निवेश की संभावनाओं समेत सभी संबंधित विषयों से विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में कानपुर‚ चेन्नई समेत देश के लेदर उद्योग के कई बडे हब से आए उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए उन्होंने लेदर सेक्टर के देश भर के बडे उद्योगपतियों से कहा कि बिहार में निवेश उनके लिए फायदे का सौदा होगा‚ क्योंकि बिहार में वो सभी साधन मौजूद हैं‚ जो उद्योग की सफलता सुनिचित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग के लिए आधारभूत संरचना की सभी चीजें मुकम्मल हैं और बिहार में उद्योग का सबसे बेहतर माहौल इस वक्त बना है।
बैठक में अल्पाइन ग्रुप के फाउंडर और काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के चेयरमैन संजय लीखा‚ लेदर सेक्टर स्किल काउंसिल के चेयरमैन पीआर अकील अहमद‚ सीएलई के ईडी आर. सेल्वम‚ सीएलई के पूर्व चेयरमैन मुख्तारुल अमीन‚ सीएलई के वाइस चेयरमैन आर के जालान समेत देश के अलग–अलग हिस्सों से आए लेदर इंडस्ट्री के कई बडे उद्योगपति शामिल हुए। बिहार के उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव बृजेश मेहरोत्रा भी उद्योग जगत के साथ अहम बैठक में मौजूद रहे। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा बिहार में उद्योग लगाना बेहद आसान हो चुका है। हमने सिंगल विंडो क्लीयरेंस की व्यवस्था कर रखी है। कई तरह की वित्तीय प्रोत्साहन योजनाएं हैं। हम दिनों में नहीं‚घंटों में फैसले ले रहे हैं। उद्योगपति बिहार के हों‚ बिहार के बाहर के उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। बिहार का उद्योग विभाग दिन–रात उद्योग की परेशानियों को दूर करने में और बिजनेस फ्रेंडली माहौल बनाने में जुटा है। इसका हमें बेहतर परिणाम भी मिला है।
बिहार में बडी संख्या में निवेश के प्रस्ताव आए हैं और पूरी उम्मीद है कि लेदर–फुटवेयर–टेक्सटाइल पॉलिसी के बाद निवेश के बहुत से नए प्रस्ताव आएंगे। काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स के चेयरमैन संजय लीखा ने बिहार की प्रस्तावित लेदर–फुटलेयर–टेक्सटाइल पॉलिसी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि लेदर और टेक्सटाइल उत्पादों के उत्पादन के नए डेस्टिनेशन के रूप में पूरी दुनिया भारत का रुख कर रही है। इस सेक्टर की सफलता अन्य संसाधनों के साथ श्रमिकों की उपलब्धता पर निर्भर करती है। ऐसे में बिहार की पॉलिसी राज्य में निवेश को आकर्षित करने में निश्चय ही कारगर साबित होगी।