लखीमपुर खीरी मामले को लेकर जहां सियासत गरमाई हुई है वहीं अदालत भी सख्त रुख अपनाए हुए है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका ने बुधवार देर रात लखीमपुर हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी वहीं आज भी कई सियासी दलों के नेता लखीमपुर खीरी पहुंचने वाले हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है और चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच आज इसकी सुनवाई करेगी। राहुल और प्रियंका ने केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी में हो रही देरी को लेकर योगी सरकार को घेरा और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए। इन दोनों ने कहा कि जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलता उनका संघर्ष जारी रहेगा। राहुल और प्रियंका पलिया, निघासन और धरौहरा में मृतकों के घर गये और उनके परिजनों से मुलाकात की। राहुल गांधी इस हिंसा में मारे गए पत्रकार के घर भी गए और शोक संतप्त परिवार को सात्वना दी। लखीमपुर खीरी में आज भी राजनीतिक दलों के नेता पीड़ितों के घर पहुंचनेवाले हैं।
यूपी सरकार ने जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया
लखीमपुर हिंसा की जांच के लिए एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन, इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव 2 महीने में रिपोर्ट सौंपेंगे
तीन जजों की बेंच करेगी लखीमपुर मामले की सुनवाई
सुबह 11 बजे से चीफ जस्टिस एन. वी. रमण के साथ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की 3 जजों की बेंच मामले की सुनवाई करेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले का संज्ञान लेते हुए कदम उठाने की अपील की थी।