प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मासिक रेडियो कार्यक्रम ” मन की बात ” के सात वर्ष पुरे होने के उपलक्ष में और उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक 20 दिनों तक “सेवा एवं समर्पण अभियान” के तहत आज पटना के विधान परिषद सभागार में ” मन की बात सम्पूर्ण वांग्मय ” के संस्कृत संस्करण की सर्जक अर्चना राय भट्ट एवं उनके द्वारा विकसित मोबाइल एप को बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रशाद के द्वारा लोकार्पण किया गया . इस अवसर पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा की प्रधानमंत्री जी के के “मन की बात” कार्यक्रम का संस्कृत में अनुवाद कर एक ऐप के रूप में लॉन्च किया गया है उसका डिजिटल प्रस्तुति अपने आप में अनोखा है . इसे देख कर एक अध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त हो रही है . संस्कृत हमारी देव भाषा है जो सभी भाषाओं की जननी है . इस कार्यक्रम में मंच संचालन तक संस्कृत में किया जा रहा है यह अपने आप में अद्वितीय है . मन की बात को संस्कृत में लिपिबद्ध करना अपने आप में अनूठा है , उनके ऑडियो विजुअल को हमारी प्राचीन भाषा में लिपिबद्ध कर भारतीय संस्कृति सभ्यता को अक्षुण्ण रखाना है .
उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री जी ने मन की बात के द्वारा आम लोगों से जुड़ने का जो संकल्प लिया है उससे समाज के सभी वर्गों से , सभी उम्र के लोगों से जैसे वह चर्चा करते हैं , छोटी-छोटी घटनाओं को भी उन्होंने जिस प्रकार वैश्विक पटल पर दीप्तिमान करने का काम किया है वह अद्वितीय है . इसके माध्यम से भारत के सुदूर कोने में भी अगर कोई व्यक्ति अपने कार्य के प्रति निष्ठा रखते हुए किसी अभियान को अंजाम देता है और कहीं अपने कल्पना शक्ति से कुछ अच्छा करता है एवं समाज के लिए, परिवार के लिए या देश के लिए कुछ ख़ास करता है वह प्रधानमंत्री जी के नजर से नहीं बच सकता है . प्रधानमंत्री जी ने कहीं ना कहीं से उसे खोजा और पूरे देश के सामने उन्होंने उदाहरण स्वरूप उसे पेश किया है . बहुत सामान्य आदमी ने छोटे कार्य से पूरे देश के लिए प्रेरणा बनने का काम करता है तो माननीय प्रधानमंत्री जी ने उसे दिखाने का कार्य किया है .
उन्होंने कहा की आने वाले दिनों में कोई भी व्यक्ति बिहार के संस्कृत महाविद्यालय, विश्वविद्यालय से जुड़े हुए कोई विषय शासन के सामने लाता है या रखता है तो निशानदेह हमसे मिले आपकी बातों को हम सरकार के दायरे में उसे निश्चित तौर पर पुष्पित और पल्लवित करेंगे . संस्कृत हमारी प्राचीन भाषा है , ऋषि मुनि की परंपरा रही है , हमारे वेद है, पुराण है, उपनिषद है यह देव भाषा में है जो वर्षो वर्ष तक एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक आगे बढ़ता रहा है . इसे आपने नये युग के साथ तालमेल बैठा कर आम लोगो के बिच पहुंचाने का काम किया है . इसको आज इस रूप में देख कर इसे प्रोत्साहित करने की आवश्कता है ताकि फिर आम जन तक पहुंच सके . इसके प्रचार प्रसार के लिए हमारी जो आवश्यकता होगी चाहे वह शिक्षा विभाग से जुड़ा हो या फिर हमसे जुड़ा हो इस संरचना को सभी विद्यालयों तक कैसे पहुंचाया जाए, आम आदमी तक कैसे पहुंचे इसमें हमारी भूमिका के अनुरप मेरा संपूर्ण सहयोग सरकार की ओर से होगा .
इस इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने मन की बात की एक 81 संस्करणों की एक प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ 81 ट्राईकलर गुबारों का गुच्छा आसमान में उड़ाया . कार्यक्रम में उपस्थित मन की बात की सर्जक एवं महिला कल्याण समिति की सचिव श्रीमती अर्चना राय भट्ट , कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह , डॉ मिथिलेश झा, मार्गदर्शक श्री मुकेश कुमार ओझा , प्रोफ़ेसर रामाकांत शर्मा , सुमित कश्यप , टेक्निकल टीम से आशीष सिंह आयोजन समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार, अनन्या राजवंश, श्री राजवंश एवं यशराज सहित अन्य लोग उपस्थित रहे .