प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडे़न के बीच हुई पहली द्विपक्षीय बैठक से दोनों देशों के रिश्तों के एक नये अध्याय की शुरुआत हुई है। दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद‚ कोविड़–१९ महामारी‚ हिंद–प्रशांत क्षेत्र‚ अफगानिस्तान‚ जलवायु परिवर्तन और व्यापार समेत अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। अंतरराष्ट्रीय राजनीति के जानकारों का विश्वास है कि एक ही तरह की राजनीतिक व्यवस्था वाले देशों के बीच रिश्ते आम तौर पर सहज और अच्छे होते हैं। दोनों नेताओं ने इस राजनीतिक यथार्थ के प्रति अपना विश्वास जताया। भारत और अमेरिका लोकतांत्रिक शासन प्रणाली से शासित होते हैं। इस नाते सबसे करीबी साझेदार हैं। राष्ट्रपति जो बाइडे़न ने कहा कि विश्व के दो सबसे बड़़े लोकतंत्र भारत और अमेरिका के संबंधों की नियति ही शक्तिशाली‚ मजबूत और करीब आना है। साथ ही दोनों देश मिलकर समकालीन वैश्विक चुनौतियों का निराकरण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडे़न की मुलाकात के बाद भारत और अमेरिका ने जो संयुक्त बयान जारी किया है‚ उसमें नई दिल्ली की प्राथमिकताओं की स्पष्ट छाप है। प्रधानमंत्री मोदी आतंकवाद को मानवता का सबसे बड़़ा खतरा मानते हैं। इसलिए वह विश्व के सभी प्रमुख मंचों से लगातार आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक लड़़ाई का आह्वान करते रहते हैं। जाहिंर है कि उन्होंने राष्ट्रपति बाइडे़न के साथ इस मुलाकात में भी आतंकवाद के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। यही वजह है कि संयुक्त बयान में भारत और अमेरिका ने सीमा पार आतंकवाद की निंदा की है और २६/११ के मुंबई हमलों के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान किया है। बयान में कहा गया है कि वे संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित समूहों सहित सभी आतंकवादी संगठनों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करेंगे और अमेरिका तथा भारत वैश्विक आतंकवाद के विरुûद्ध साझा लड़़ाई में एक साथ खड़े़ हैं। बाइडे़न से पहले प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ भी हुई। मुलाकात में कमला हैरिस ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान में अनेक आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। अमेरिका पहले भी इस तरह की बात करता रहा है‚ लेकिन वास्तविकता यह है कि अमेरिका की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। अगर अमेरिका ने पाकिस्तान के विरुद्ध आतंकवाद के मसले पर कड़़ी कार्रवाई की होती तो अफगानिस्तान में तालिबान सत्ता पर काबिज नहीं हो पाता।
चेन्नई के आसमान में राफेल और सुखोई ने दिखाई ताकत, वायुसेना के एयर शो में दिखा अद्भुत नजारा
अपनी 92वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारतीय वायु सेना ने आज तमिलनाडु के चेन्नई मरीना एयरफील्ड में एक एयर एडवेंचर...