संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में १७ अक्टूबर से १४ नवम्बर तक होने वाले टी–२० विश्व कप में भाग लेने वाले भारतीय दल में पेस के बजाय स्पिन गेंदबाजी पर जोर दिया गया है। हालांकि पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात में खेली गई आईपीएल में पहले चार स्थानों पर पेस गेंदबाज ही रहे थे। इस दल में जसप्रीत बुमराह‚ मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार के रूप में सिर्फ तीन पेस गेंदबाजों का चुनना थोड़़ा हैरत वाला लगता है। यह जरूर है कि टीम में शामिल हार्दिक पांड्या भी पेस गेंदबाजी कर सकते हैं। इस टीम में पांच स्पिनरों को शामिल किया गया है। पर इन स्पिनरों में देश के टी–२० प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज यजुवेंद्र चहल को नहीं चुना जाना थोड़़ा चौंकाता है। चहल पिछले आईपीएल सत्र में स्पिनरों में सबसे ज्यादा २१ विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। यह जरूर है कि रविचंद्रन अश्विन की टीम में वापसी से आक्रमण में जान आई है। इसमें कोई दो राय नहीं कि अश्विन आज भी देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और उनकी जैसी गेंदबाजी में विभिन्नता अन्य किसी के पास नहीं है। ऐसा लगता है कि भारत इस विश्व कप में रहस्यमयी गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती का फायदा उठाना चाहता है। इससे लगता है कि अश्विन और रविंद्र जडे़जा के साथ वरुण को खिलाने की योजना होने की वजह से ही शायद चहल की जगह नहीं बनने पर उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया हो। पर यह सच है कि बुमराह और अश्विन का गेंदबाजी कमाल ही भारत को चैंपियन बनाने में मददगार बन सकता है। जहां तक बल्लेबाजी की बात है तो रोहित शर्मा‚ केएल राहुल‚ विराट कोहली‚ सूर्यकुमार यादव‚ ऋषभ पंत और पांड़¬ा की मौजूदगी से टीम की बल्लेबाजी बहुत ही मजबूत है। बल्लेबाजी में श्रेयष अय्यर शायद चोट की समस्या के बाद अपनी फिटनेस साबित नहीं कर पाने की वजह से सुरक्षित खिलाडि़़यों में ही रह गए हैं। टीम में पंत के साथ राहुल के रूप में दो विकेटकीपर होने की वजह से ईशान किशन की कोई अहमियत नहीं रह जाती है। इस दल की सबसे बड़़ी खूबी है कि उसे एमएस धोनी के रूप में मेंटोर का मिलना है। धोनी की मौजूदगी भर टीम में जान फूंक सकती है क्योंकि वह रणनीति बनाने में मास्टर हैं‚ इस कारण उनकी विराट के साथ जुगलबंदी भारत को २००७ के बाद फिर चैंपियन बना सकती है। हालांकि उनके खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत की गई है और बीसीसीआई इस मामले पर सलाह कर रहा है।
भारत-आसियान साझेदारी होगी मजबूत…..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारत-आसियान व्यापक साझेदारी को मजबूत करने के लिए 10 सूत्री योजना की घोषणा की...