जेल से बाहर आने के बाद नई दिल्ली में सियासत की नई पारी खेल रहे लालू यादव पटना आने के बजाय रांची जा सकते हैं। उन्हें चारा घोटाले के एक और मामले में फिर से जेल जाना पड़ सकता है। चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा कोषागार घोटाले में अभियोजन पक्ष ने अपनी बहस पूरी कर ली है। अब CBI के विशेष जज एसके शशि की अदालत ने अभियुक्त पक्ष को बहस के लिए सोमवार का समय दिया है। अदालत अगले दो माह के अंदर अपना फैसला सुना सकती है। इसे लेकर समर्थकों के मन में चिंता है।
जुलाई में हर दिन ऑनलाइन बहस शुरू हुई
इस मामले में चार माह पहले झारखंड हाईकोर्ट ने CBI की विशेष अदालत को छह माह में सुनवाई पूरी कर लेने के लिए कहा था। इनमें कोरोना लॉकडाउन और जज के ट्रांसफर के कारण सुनवाई नहीं हो सकी थी। जुलाई माह से केस में हर दिन ऑनलाइन बहस शुरू हुई। दिए गए छह माह में अब मात्र दो माह बचे हैं, जिसमें सुनवाई पूरी करनी है। धीरे-धीरे इसकी मियाद पूरी हो रही है।
चारा घोटाला मामले में डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी RC 47/96 मामले में लालू प्रसाद यादव सहित 110 आरोपित ट्राइल फेस कर रहे हैं। चारा घोटाला 139.35 करोड़ रुपए का है। सीबीआइ की ओर से केस की पैरवी विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह कर रहे हैं।
मई महीने बाद मिली थी जमानत
लालू यादव रांची जेल में रहते हुए 23 जनवरी 2021 को दिल्ली के एम्स में अपने इलाज के लिए शिफ्ट किए गए थे। मई के महीने में उन्हें जमानत मिली थी, लेकिन कोरोना की वजह से वह पटना नहीं आ पाए थे। अब जिस तेजी से डोरंडा कोषागार मामले की सुनवाई हो रही है, उससे साफ लगता है लालू यादव के समर्थकों का उन्हें देखने का सपना अभी पूरा नहीं होने वाला है। लालू यादव अभी पटना नहीं आने वाले हैं।