विधानसभा में मंगलवार को स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के स्थापना के संबंध में विधेयक पारित की गई। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बिहार सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए उम्मीद जतायी कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना से बिहार के छात्रों को कैरियर के चयन का एक नया आयाम मिलेगा। इसकी स्थापना से बिहार में खेल–कूद का एक नया माहौल बनेगा जो अभी कुछ खास नहीं है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर बिहार में छात्र स्कूली शिक्षा के बाद करियर का चुनाव कुछ सीमित क्षेत्रों में करते हैं। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना छात्रों को स्पोर्ट्स में करियर का चुनाव करने में मददगार सिद्ध होगा। श्री नवीन ने कहा कि बिहार सरकार के इस निर्णय से वैसे छात्र जो प्रतिभावान हैं और जिनमें नैसर्गिक रूप से खेल–कुद की क्षमता है और उचित मार्ग दर्शन नहीं होने के कारण उनकी प्रतिभा लुप्त हो जाती है‚ वैसे खिलाडियों के लिये यह विश्वविद्यालय सूरज की किरण की तरह है। खेल के स्तर में सुधार होगा तथा बिहार के युवा न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर अपितु अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति फैला सकते हैं। इस विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण‚ शारीरिक प्रशिक्षण एवं खेलने के लिए उच्च कोटि की संरचना होगी। खेल विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेट‚ डिप्लोमा‚ स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री से जुडे कोर्स की पढाई होगी। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से छात्रों को खेल के क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने में भी सहायता मिलेगी। खेलों में खिलाडी अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित होते हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से बिहार के प्रतिभा संपन्न खिलाडियों को प्रशिक्षण के लिये अब बाहर जाने की जरूतर नहीं होगी। यहां प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों को देश–विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले खेल प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। नवीन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार‚ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसार का आभार व्यक्त किया तथा इस विश्वविद्यालय में ३३ प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षण पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की प्रतिभा को आगे करने में यह सार्थक पहल है और महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा। मंत्री ने जानकारी दी कि बिहार में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद भारत में इस तरह का कुल ८ विश्वविद्यालय की स्थापना हो गयी है। बिहार के पूर्व पंजाब‚ राजस्थान‚ गुजरात‚ मध्यप्रदेश‚ असम और तमिलनाडु में खेल–कुद विश्वविद्यालय की स्थापना हो चुकी है। श्री नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार खेल–कुद के विकास के लिये कृतसंकल्पित है। इस तरह के विश्वविद्यालय की स्थापना यहं के स्घ्थानीय खिलाडिों के लिये अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। जल्द हीं बिहारी खिलाडियों का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों में देखने का मौका मिलेगा। खेल मंत्री आलोक रंजन झा ने बिहार खेल विश्वविद्यालय (बिहार स्पोर्टस विश्वविद्यालय) विधेयक को प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि इस पहल से खेल में रूची रखने वाले सभी का समग्र विकास होगा।
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