सदन के दोनों में आज भी जमकर हंगामा और नारेबाजी हुई। लोकसभा में विपक्ष के सांसदों ने खेला होबे के नारे लगाए और पर्चे फेंके गए। जिस वक्त विपक्ष के सांसदों ने पर्चे फेंके उस वक्त चेयर पर राजेंद्र अग्रवाल मौजूद थे। भारी शोरगुल और हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी गई।
इसके बाद 12.30 बजे जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही को एकबार फिर स्थगित करना पड़ा।
सदन में आज पेगासस जासूसी मामला और केंद्रीय कृषि कानूनों समेत विभिन्न विषयों पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूरा प्रश्नकाल चलाया। इससे पहले पिछले सप्ताह में और इस सप्ताह के शुरुआती दो दिन में विपक्ष के हंगामे के बीच पूरा प्रश्नकाल बाधित रहा था।
गौरतलब है कि विपक्षी दलों के सदस्य पेगासस जासूसी मामले और केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर मौजूदा सत्र के पहले दिन से सदन में नारेबाजी कर रहे हैं। इस कारण से सदन में अब तक कामकाज बाधित रहा है और कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही।
आज सुबह भी सदन की बैठक शुरू होते ही जब अध्यक्ष बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया तो कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य उक्त विषयों पर नारेबाजी करते हुए और तख्तियां लहराते हुए आसन के समीप आ गये। शोर-शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने पूरा प्रश्नकाल चलाया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह और विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने अनेक सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये।
पेगासस जासूसी स्कैंडल को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है और इसके कारण संसद के मॉनसून सत्र की कार्यवाही बुरी तरह बाधित हो रही है. मॉनसून सत्र में अब तक विपक्षी सांसदों के हंगामे के बार-बार कार्यवाही टालने की नौबत आई है. बुधवार को भी विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी. सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे और हंगामे के चलते कार्यवाही टालनी पड़ी.
कोविड, किसान और बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए अड़ा विपक्ष
विपक्षी पार्टियों द्वारा सदन में पेगासस मामले पर चर्चा की मांग पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, ‘विपक्ष ने सदन में चर्चा के लिए तीन विषय (कोविड, किसानों का आंदोलन, बढ़ती महंगाई) तय किए थे. पहले इन तीन विषयों को पूरा होने दीजिए.’
किसानों के मुद्दे पर संसद में प्रदर्शन
शिरोमणि अकाली दल ने किसानों के मुद्दे पर संसद में प्रदर्शन किया. सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “हम सभी विपक्षी पार्टियों से अपील करते हैं कि एक साथ आएं और एक मुद्दे को उठाएं, इसके समाधान के बाद दूसरा मुद्दा उठाएं. हम संसद के अंदर और बाहर किसानों की आवाज उठा रहे हैं.”
राज्यसभा को दोपहर 12 बजे तक स्थगित किया गया
सदन में विपक्ष लगातार नारेबाजी कर रहा है, जिस वजह से कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पा रही है. पेगासस जासूसी विवाद, नए कृषि कानून और अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित हो गई.
देश में चार करोड़ से ज्यादा केस कोर्ट में लंबित
प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में आज लोक अदालतों की व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने बताया, देश में चार करोड़ से ज्यादा केस कोर्ट में लंबित हैं. इसमें से ज्यादातर केस लोअर कोर्ट में लंबित हैं.
हंगामे के साथ लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू
संसद के मानसून सत्र के दूसरे हफ्ते का दूसरा दिन शुरू हो गया है. आज भी हंगामे के साथ लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई. पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. 19 जुलाई से मॉनसून सत्र शुरू हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है.
आज संसद के मानसून सत्र के दूसरे हफ्ते का दूसरा दिन है. आज भी विपक्ष का हंगामा जारी रह सकता है. विपक्ष लगातार कृषि कानून, किसान आंदोलन और जासूसी जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार को घेर रहा है और इसकी वजह से सदन की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है. कल यानी मंगलवार को राज्यसभा के चेयरमैन और लोकसभा के स्पीकर ने भी इस मसले पर अपनी नाराजगी जताई थी.
पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष हमलावर है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार सदन को अपने तरीके से चलाना चाहती है. उधर, सरकार का कहना है कि विपक्षी दलों के सांसद जानबूझकर संसद नहीं चलने दे रहे, जिससे जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पा रही है.
संसद के मानसून सत्र के दूसरे हफ्ते का पहला दिन
संसद के मानसून सत्र में लगातार हंगामा चल रहा है. मानसून सत्र के दूसरे हफ्ते के दूसरे दिन भी जमकर हंगामा हुआ. लोकसभा में मंगलवार को बार-बार हंगामे के कारण हर आधे घंटे पर लोकसभा स्थगित करनी पड़ी. जब आखिर में पूरे दिन के लिए लोकसभा स्थगित हुई तो सदन के अंदर कांग्रेस के दो सांसद धरने पर बैठ गए. लोकसभा की दिन में 11 बजे से जब कार्यवाही शुरू हुई तो हर बार की तरह विपक्षी दलों के सांसद किसान आंदोलन, जासूसी कांड, कृषि कानूनों से जुड़ी तख्तियां लहराते हुए बेल में आ गए.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों के आचरण पर गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से नारेबाजी की जगह जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की अपील की. विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के कारण हर आधे घंटे पर लोकसभा स्थगित होती रही. लोकसभा की कार्यवाही 4:35 मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित होने के बाद कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह और रवनीत सिंह बिट्टू ने सदन के भीतर धरना दिया. पंजाब के दोनों सांसदों ने कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की.