बिहार एनडीए में घटक दल के तौर पर शामिल विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख व बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को एनडीए की बैठक का बहिष्कार तो कर दिया लेकिन अब इस फैसले पर उनके विधायक ही नाराज दिख रहे हैं. वीआईपी के साहेबगंज विधायक डॉ. राजू कुमार सिंह राजू ने अपनी नाराजगी जाहिर की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वीआईपी पार्टी के विधायक राजू सिंह ने मुकेश सहनी के फैसले से असहमति जतायी है. उन्होंने कहा कि सोमवार को एनडीए के विधायकों की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला समझ से परे है. राजू सिंह ने इसे पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी का निजी फैसला बताया. उन्होंने कहा कि इसकी जानाकारी पार्टी के विधायकों को पहले से नहीं थी. बैठक के ठीक पहले मुकेश सहनी ने चारो विधायकों को कहा कि वो बैठक में शामिल नहीं होंगे. मुकेश सहनी ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी को अपनी बात रखने का हक है. हमारे सभी विधायक एकजुट हैं.
सहनी ने कहा कि कोई बात होती है तो हम मिल बैठकर इसे दूर कर लेते हैं. उन्होंने अपनी पार्टी के विधायक राजू सिंह के बयान पर कहा कि पार्टी में हर जाति और धर्म के लोग हैं और सबको बोलने का अधिकार है. हमारे सभी विधायक मज़बूती से हमारे साथ एकजुट हैं.
मुकेश सहनी ने कहा कि सभी समाज को हमने एडजस्ट किया है. नेता दिन में कुछ और बोलते हैं और रात को कुछ और बोलते हैं. कोई हमें कहता है चलिए यूपीए के साथ चलते हैं, वहां मंत्री बन जाते हैं तो कोई कहता है कि एनडीए के साथ रहना है. ये सब तो चलता रहेगा, लेकिन सब विधायक हमारे साथ हैं और आगे भी रहेंगे. मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए में थोड़ा इश्यू है, लेकिन उसे हम ठीक कर लेंगे.
वहीं दूसरी तरफ मुकेश सहनी के इस रवैये से एनडीए के बांकि दलों में भी विरोध के सुर उठने लगे हैं. विधानमंडल की बैठक में मुकेश सहनी के नहीं पहुंचने पर भाजपा सांसद अजय निषाद ने कहा कि मुकेश सहनी के एनडीए में रहने या नहीं रहने से कोई असर नहीं पड़ेगा. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में पांच साल सरकार चलेगी. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी का कोई जनाधार नहीं है.
दोपहर में मुकेश सहनी तो शाम में शाहनवाज हुसैन की मांझी से मुलाकात, बिहार में सियासी चर्चाओं का बाजार गरम
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बता दें कि हाल में ही मुकेश सहनी को यूपी में एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया था. जिसके बाद वो यूपी की योगी सरकार पर जमकर बरसे. वहीं सोमवार को बिहार में एनडीए की बैठक में शामिल नहीं होकर उन्होंने प्रेस को संबोधित किया. मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए में वीआईपी को तरहीज नहीं दी जाती है.बैठक में शामिल नहीं होने का कारण उन्होंने एनडीए में उचित सम्मान नहीं मिलना बताया था. उन्होंने कहा कि बिहार में अफसर अधिक हावी हैं.
पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री व वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष मुकेश सहनी ने एनडीए की बैठक का बहिष्कार कर दिया है. इस संबंध में पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने एनडीए की बैठक का बहिष्कार इसलिए किया है क्योंकि यहां विधायकों और मंत्रियों की बात नहीं सुनी जाती है. वह एनडीए का हिस्सा हैं और बात रखने का उन्हें पूरा हक है.
मुकेश सहनी ने कहा कि, “सन ऑफ मल्लाह की धमक उत्तर प्रदेश में भी दिखाई दे रही है. प्रदेश को सन ऑफ मल्लाह से डर लगता है. वहां 5000 पुलिसकर्मी लगाए गए. मेरा डर दिखा यह मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. नरेंद्र मोदी जी का विश्वास है कि सबका साथ सबका विकास हो. योगी जी को समझने की जरूरत है. योगी जी ही बताएंगे कि आखिर उन्होंने क्यों हमें आजादी नहीं दी.”
फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करना चाहती थी पार्टी
यहां बता दें कि सहनी की पार्टी यूपी के लखनऊ और वाराणसी सहित तमाम बड़े शहरों में फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करना चाहती थी. इस सिलसिले में जब सहनी वाराणसी पहुंचे तो वहां उन्हें एयरपोर्ट से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया और दूसरी फ्लाइट से कोलकाता भेज दिया गया.
मुकेश सहनी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री कहते हैं सबका साथ सबका विकास और हम एक मूर्ति लगाने गए तो रोका गया. उन्होंने एक बड़ा बयान भी दिया और कहा कि अब एनडीए की बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं है. जब एनडीए की बैठक में हमारी बात नहीं सुनी जाती है तो हमें और जीतन राम मांझी को मिलकर सोचना है कि आखिर हमारी बात क्यों नहीं सुनी जा रही है. आज की बैठक के बहिष्कार का उत्तर प्रदेश से कोई लेना-देना नहीं है.
नाराज मुकेश सहनी ने जीतनराम मांझी से मुलाकात के बाद खेला ‘छोटा कार्ड’ कहा- छोटा आदमी छोटे आदमी के साथ ही तो रहेगा, बड़े आदमी के यहां कहाँ जगह मिलने वाला है। हम मल्लाह और मुशहर छोटे आदमी हैं, हम अपनी हैसियत में रहते हैं। हम छोटी पार्टी हैं तो छोटी पार्टी के साथ मिलकर चलते रहेंगे।