लोजपा में पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच चल रही लड़ाई में लगातार चाचा अपने भतीजे पर भारी पड़ते जा रहे हैं। लोजपा (पारस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सात राज्यों में नये प्रदेश अध्यक्षों को पार्टी की कमान देनी शुरू कर दी है। पहले चरण में उन्होंने सात राज्यों नए अध्यक्ष बनाए हैं। खास बात यह है कि सांसद प्रिंस राज को उन्होंने एक बार फिर से बिहार की बागडोर थमा दी है। साथ ही यूपी के श्रीप्रकाश सिंह को पार्टी में राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी दी है।
लोजपा के भीतर मचे सत्ता के घमासान के बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी में अपने गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने गुरुवार को देश के सात प्रदेशों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है. सांसद प्रिंस राज को बिहार की कमान सौंपी गई है. वहीं विकास रंजन उर्फ पप्पू सिंह को झारखंड, ललित नारायण चौधरी को उत्तर प्रदेश, रवि गरूड़ को महाराष्ट्र का लोजपा अध्यक्ष बनााया गया है. इसी तरह डॉ. वीरेन्द्र कुमार वैंग को ओडिशा, रूपमकर को त्रिपुरा का लोजपा प्रेसिडेंट बनाया गया है. वहीं अमित नरेश राठी को दादर नागर हवेली एण्ड दमन दीव के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है. इसके अलावा पशुपति कुमार पारस ने प्रकाश सिंह को लोजपा का राष्ट्रीय सचिव मनोनित किया है.
जल्द बनेगा राज्य कमेटी और जिला कमेटी
पशुपति कुमार पारस ने सभी नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्षों को नियुक्ति के साथ टास्क भी दे दिया है. पारस ने सभी प्रदेश अध्यक्ष को यह निर्देश दिया है कि अतिशीघ्र राज्य कमेटी और जिला कमेटी का गठन कर केन्द्रीय कार्यालय को सूची समर्पित करे. इन सभी अध्यक्षों के मनोनयन पर लोजपा के राष्ट्रीय नेता रामजी सिंह, विरेश्वर सिंह, ललन सिंह, अम्बिका प्रसाद बिनू, संजय सर्राफ, महताब आलम, केशव सिंह, एलके लजोरा, जिया लाल, एलविन जोसेफ, सहित केन्द्रीय नेताओं ने पारस के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन सभी अध्यक्षों के मनोनयन से लोजपा का व्यापक विस्तार होगा. इसके पहले केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और लोजपा संसदीय दल के नेता पशुपति कुमार पारस ने बुधवार को दिल्ली स्थित अपने आवास पर विभिन्न राज्यों से आए पार्टी नेताओं से मिले और संगठन का विस्तार यथाशीघ्र करने का भरोसा दिया.
चिराग ने फिर साधा चाचा पर निशाना
चिराग पासवान आज दिल्ली से पटना पहुंचे. आशीर्वाद यात्रा के दूसरे चरण के लिए पटना आए चिराग पासवान ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संसद सत्र शुरू होने पर अपने चाचा से मिलेंगे. चाचा से जो कानूनी लड़ाई चल रही है वह लंबी चलेगी. मगर जीत हमारी होगी यह विश्वास है.वहीं उन्होंने किसी भी गठबंधन के साथ जाने के विषय पर कहा कि इस पर चुनाव के समय विचार किया जाएगा. वहीं जनसंख्या नियंत्रण क़ानून पर कहा कि इसके लिए जागरूकता जरूरी है. कानून बनाकर लागू करने से वह सफल नहीं हो सकता. इसका जीता जागता उदाहरण बिहार में शराब बंदी कानून है.