कर्म में विश्वास करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले मंत्रिमंड़ल विस्तार को थीम आधारित बनाया दिया है। जिन मंत्रियों को आज शामिल किया गया है‚ उन्हें शामिल करने के पीछे कोई न कोई कारण है। प्रधानमंत्री के मुताबिक उनका मंत्रिमंड़ल 130 करोड़ भारतीयों के जीवन‚ आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। मंत्रिमंड़ल में पूरे भारत की आवाज को शासन में लाना है‚ भारत के समुदायों और क्षेत्रों में जीवंतता और रंगों को मिलाकर इंद्रधनुषी रंग देना है। यह सरकार गरीबों की‚ पिछड़ों की‚ शोषितों को‚ वंचितों की सरकार है।
अनुसूचित जाति के १२ मंत्रीः मंत्रिमंड़ल में रिकॉर्ड १२ अनुसूचित जाति के मंत्रियों को शामिल किया गया है। इनमें दो कैबिनेट स्तर के मंत्री हैं। इनमें आठ राज्यों– बिहार‚ मध्य प्रदेश‚ उत्तर प्रदेश‚ महाराष्ट्र‚ पश्चिम बंगाल‚ कर्नाटक‚ राजस्थान‚ तमिलनाडु के प्रतिनिधि शामिल हैं। इनमें १२ समुदायों को जगह दी गई है जिनमें रामदसिया‚ खटीक‚ पासी‚ कोरी‚ मडिगा‚ महार‚ अरुंधथियार‚ मेघवाल‚ राजबंशी‚ मटुआ–नमाशूद्र‚ धनगर‚ दुसाध शामिल है।
आठ अनुसूचित जनजाति केः मंत्रिमंड़ल में रिकॉर्ड आठ अनुसूचित जनजाति के मंत्रियों को शामिल किया है। इनमें आठ राज्यों अरुणाचल प्रदेश‚ झारखंड‚ छत्तीसगढ़‚ पश्चिम बंगाल‚ मध्य प्रदेश‚ महाराष्ट्र‚ ओडिशा‚ असम के सात समुदायों– गोंड‚ संताल‚ मिजी‚ मुंडा‚ चाय जनजाति‚ कोकाना‚ सोनोवाल–कछारी को जगह दी है।
ओबीसी के २७ मंत्रीः सरकार में रिकॉर्ड 27 ओबीसी मंत्री बनाए गए हैं। इनमें 15 राज्यों ने 19 समुदायों को शामिल किया गया है। इनमें यादव‚ कुर्मी‚ जाट‚ गुर्जर‚ खांडयात‚ भंडारी‚ बैरागी‚ टी ट्राइब‚ ठाकोर‚ कोली‚ वोक्कालिगा तुलु गौड़ा‚ एझावा‚ लोध‚ एग्री‚ वंजारी‚ मैतेई‚ नट‚ मल्लाह–निषाद‚मोध तेली‚ दारजी शामिल हैं।
पांच अल्पसंख्यक मंत्रीः मोदी सरकार में 5 अल्पसंख्यक मंत्री शामिल हो रहे हैं। इनमें उत्तर प्रदेश‚ पश्चिम बंगाल‚ महाराष्ट्र‚ पंजाब‚ अरुणाचल प्रदेश के सदस्य शामिल हैं। इनमें एक मुस्लिम‚ एक सिख‚ एक ईसाई और दो बौद्ध शामिल हैं।
सबकी सरकारः ब्राह्मण‚ क्षत्रिय‚ बनिया‚ भूमिहार‚ कायस्थ‚ लिंगायत‚ खत्री‚ कदवा और लेउवा पटेल‚ मराठा‚ रेड्डी समाज के 29 लोगों को मंत्री बनाया गया है।
मंत्रिमंड़ल में 11 महिलाओं को शामिल किया गया है। इनमें 9 राज्यों की 9 समुदायों की महिलाएं शामिल हैं।
युवाओं की सरकारः पिछले मंत्रिमंड़ल में मंत्रियों की औसत उम्र 61 वर्ष थी अब यह 58 वर्ष हो गई है। मंत्रिमंड़ल में 50 वर्ष से कम आयु के 14 मंत्री हैं।
अनुभव की सरकारः अनुभवी प्रशासकों और विधायकों को एंकर और मार्गदर्शन करने के लिए मंत्री ऐसे हैं जो पहले मुख्यमंत्री या मंत्री रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश से संतुलन बनाने का विशेष ध्यान दिया गया है।