बीते कुछ दिनों में घटे कोरोना वायरस के नए मामलों से भारत को थोड़ी राहत की सांस मिली है. देश में पिछले एक हफ्ते से कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी धीरे धीरे पटरी पर लौटने लगी हैं. अप्रैल महीने के आखिरी दिनों और मई महीने के शुरुआत हफ्ते में कोरोना वायरस पीक पर पहुंच गया था. उस समय कोविड की दूसरी लहर की रफ्तार इतनी थी कि एक ही दिन में नए मरीजों की संख्या 4 लाख के पार पहुंच चुकी थी. आलम यह था कि अस्पतालों से लेकर श्मशान घाटों तक लाइन लग गई थी. अस्पतालों में मरीजों को बेड्स, दवा और ऑक्सीजन नहीं मिल पाए तो श्मशान घाटों में मरने वालों को एक दिन तक इंतजार करना पड़ा. फिलहाल हालात सुधरते नजर आ रहे हैं. हालांकि बावजूद इसके सरकारें लगातार कदम उठा रही हैं. अधिकतर राज्य सरकारों ने लॉकडाउन को बढ़ा दिया है.
डीआरडीओ की कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) को आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मौजूदगी में लॉन्च किया गया. डीसीजीआई ने डीआरडीओ की कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) को हाल ही में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. डीआरडीओ ने इस दवा को डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ मिलकर तैयार किया है.
दवा कैसे काम करती है?
डीआरडीओ के डॉक्टर एके मिश्रा ने बताया, “किसी भी टिशू या वायरस के ग्रोथ के लिए ग्लूकोज़ का होना बहुत जरूरी होता है. लेकिन अगर उसे ग्लूकोज़ नहीं मिलता तो उसके मरने की उम्मीद बढ़ जाती है. इसी को हमने मिमिक करके ऐसा किया कि ग्लूकोज़ का एनालॉग बनाया. वायरस इसे ग्लूकोज़ समझ कर खाने की कोशिश करेगा, लेकिन ये ग्लूकोज़ नहीं है, इस वजह से वायरस की मौत हो जाएगी. यही इस दवाई का बेसिक प्रिंसिपल है.”
इस दवा से ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होगी
साथ ही उन्होंने कहा कि इस दवा से ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होगी. जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है उन्हें इसको देने के बात फायदा होगा और वायरस की मौत भी होगी. जिससे इंफेक्शन का चांस कम होगा और मरीज जल्द से जल्द रिकवर होगा.
डॉक्टर एके मिश्रा ने बताया कि इस दवा के तीसरे फेज़ के ट्राएल के अच्छे नतीजे आए हैं. जिसके बाद इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली है. उन्होंने कहा कि हम डॉ रेड्डीज़ के साथ मिलकर ये कोशिश करेंगे कि हर जगह और हर नागरिक को मिले.
गंभीर किस्म के मरीज़ों को भी दी जा सकती है दवा
एके मिश्रा का कहना है कि इस दवाई को हर तरह के मरीज को दिया जा सकता है. हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीज़ हो या गंभीर मरीज, सभी को इस दवाई को दी जा सकेगी. बच्चों के इलाज में भी ये दवा कारगर होगी. हालांकि उन्होने कहा कि बच्चों के लिए इस दवा की डोज़ अलग होगी.
3 लाख से नीचे आए कोरोना के मामले
भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में गिरावट से राहत मिली है. बीते 24 घंटे में देश में कोविड के 2,81,386 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,49,65,463 हुई. 4,106 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,74,390 हो गई है. 3,78,741 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 2,11,74,076 हुई। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 35,16,997 है.