विश्व स्तर के विशेषज्ञों के साथ चर्चा के अनुसार, इस आधार पर डब्ल्यूएचओ ने भारत के स्वरुप को चिंता के प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया है. डब्ल्यूएचओ में भारत का प्रतिनिधि डॉ रोडेरिको ह्रिन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड के भारतीय स्वरूप (बी-1617) को वैश्विक स्तर पर ‘चिंताजनक स्वरूप’ की श्रेणी में रखा है. सबसे पहले भारत में सामने आए वायरस के स्वरूप बी.1.617 को पहले डब्ल्यूएचओ द्वारा ‘निगरानी स्वरूप’ की श्रेणी में रखा गया था.. उन्होंने कहा कि वायरस के इस स्वरूप को लेकर डब्ल्यूएचओ के विश्व स्तर के विशेषज्ञों के साथ के भी चर्चा जारी है.