पूर्व सांसद ने बिहार में रेमड़ेसिवीर इंजेक्शन के वितरण में भारी अनियमितता का आरोप सरकार पर लगाते हुए पूछा है कि आखिर किस आधार पर तीन दिनों में ईश्वरदयाल हॉस्पिटल को २५०‚ फोर्ड़ को १००‚ राजेश्वरी को १५०‚ मेडि़वेसिल को ७८ और पाटलिपुत्र मल्टी ३३ रेमड़ेसिविर इंजेक्शन दिये गयेॽ उन्होंने पूछा कि इसमें दुकानों पर बैठे मजिस्ट्रेट‚ वेंड़र‚ ड्रग्स इंस्पेक्टर व स्वास्थ्य विभाग की प्राइवेट असप्तालों से किस तरह मिलीभगत है‚ आज ये बिहार की जनता जानना चाहती है।
पप्पू यादव ने सीवान जाने से पूर्व पटना में प्रेस वार्ता में ये बातें कहीं। पूर्व सांसद ने बिहार सरकार द्वारा आपदा के वक्त अस्पतालों में एएनएम‚ लैब टेक्नीशियन‚ वार्ड़ बॉय समेत ड़ॉक्टरों की तीन महीने के लिए बहाली पर सवाल खड़े किए और कहा कि यह मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमकाने के लिए कर रहे हैं। उनमें प्रदेश की जनता को बचाने की कोई इच्छाशक्ति नहीं है। अगर होती तो अभी प्राइवेट असप्तालों के लूट और रेमड़ेसिविर वितरण में धांधली पर अविलंब कार्रवाई करते। उन्होंने कहा कि यह बिहार का दुर्भाग्य है कि बीते ३ सालों से कोई सीनियर रेसिड़ेंट ड़ॉक्टर बहाल नहीं किया गया। उन्होंने पूछा कि भाजपा नेता राजीव प्रताप रूड़ी के घर १५० एम्बुलेंस क्यों खड़ी है‚ जब कि आज उसकी बेहद जरूरत है। पप्पू यादव ने कहा कि जब राजस्थान की सरकार घर – घर दवाई पहुंचा सकती है‚ अपने लोगों का पांच लाख का बीमा करवा सकती है और आंध्र प्रदेश की सरकार प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का फ्री इलाज करा सकती है‚ तो बिहार में क्यों नहींॽ पप्पू यादव ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार मुझे तीन महीने के लिए स्वास्थ्य विभाग दे दें। मैं एक भी आदमी को कम से कम सिस्टम‚ दवाई या ऑक्सीजन की कमी से तो मरने नहीं दूंगा। एम्बुलेंस फ्री कर दूंगा और ड़ेवलपमेंट के नाम पर लूट को रोक कर मेरी प्राथमिकता जान बचानी होगी। तीन महीने के लिए स्वास्थ्य विभाग हमें दे सरकार‚ फिर नहीं होगी दवाई और ऑक्सीजन की कमी से मौत ॥
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सारण पहुंच कर अमनौर के इलाके में सांसद मद की यूं ही पड़े 30 की संख्या में एम्बुलेंस पर सवाल उठाया। इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद राजीव प्रताप रूडी पलटवार करते हुए बयान जारी कर कहा है कि अनधिकृत रूप से पप्पू यादव अपने काफिले के साथ अमनौर के सामुदायिक केंद्र परिसर में शुक्रवार को प्रवेश किये। वहां के चौकीदार और अन्य कर्मियों से भिड़ते हुए कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा लौटाए गये एम्बुलेंस जो सुरक्षित रखे गये थे उसका फोटो खिंचवाने के लिए तहस-नहस किया। स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा इसका विरोध करने और उनसे यह सवाल पूछने कि क्या आपने इस तरह से एक भी एम्बुलेंस चलवाया है तब वे वहां से छोड़कर हटे।
बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी जी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एम्बुलेंस बरामद! सांसद विकास निधि से खरीदा गया एम्बुलेंस किसके निर्देश पर यहां छिपाकर रखा गया है, इसकी जांच हो?
सारण डीएम, सिविल सर्जन यह बताएं! BJP जवाब दे! pic.twitter.com/y0SnSJd36t
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 7, 2021
सांसद का कहना है कि कोविड मरीजों की सेवा में लगे एम्बुलेंस सेवा को पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ बाधित करना और सेवा में लगे कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय अपराध है। उन्होंने कहा कि जिला में लगभग 80 एम्बुलेंस है जिसमें से वर्तमान में 50 परिचालन में है। एम्बुलेंस परिचालन में सारण बिहार ही नहीं देश का पहला ऐसा जिला है जहां इतनी संख्या में सांसद निधि के एम्बुलेंस पिछले पांच वर्षों में संचालित किये जा रहे है।
सांसद रुडी ने पप्पू यादव को चुनौती देते हुए कहा कि वे अपने काफिले के साथ चलने वाले चालकों को एम्बुलेंस के संचालन के लिए कहे। यदि पप्पू यादव को इतनी ही पीड़ा है तो अविलम्ब ड्राइवर की व्यवस्था कर सारण आये और चालक मुक्त जितने एम्बुलेंस मेरी व्यवस्था में है उसे उनको परिचालन के लिए देने के लिए तैयार है।
पप्पू यादव जी झूठ के गारे पर खड़ी इमारत ठहरती नहीं, भर-भरा जाती है। मधेपुरा का सांसद रहते कितने अस्पताल तथा एंबुलेंस आपने बनवाया और जनसहायता किया, वो जगजाहिर है।
आज कुर्सी की चाह में "सौ चूहा खाकर बिलाई बनली भगतीन" चरितार्थ करते हुए अनाप-शनाप प्रलाप करते रहिए। pic.twitter.com/biZJhMb3xJ
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) May 8, 2021
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी है : पप्पू यादव
जाप नेता पप्पू यादव ने कहा कि सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। नेताओं की मानवता मर चुकी है। एक महीने से कोरोना के कहर से हर -गांव गली कराह रहे हैं। कोरोना मरीज राम भरोसे हैं। गुरूवार को अमनौर एसएच 73 गोविन्द खोड़ीपाकर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यहां ऑक्सीजन की ब्यवस्था है और न ही एम्बुलेंस और बेड की सुविधा है। किसी के इशारे पर पूर्व सांसद सामुदायिक केन्द्र के पीछे रखे कुछ एम्बुलेंस देख हैरान रह गये। फिर कहा कि सांसद मद से आवंटित एम्बुलेंस आखिर यहां क्यों पड़ी है। पप्पू यादव का कहना है कि एम्बुलेंस किसका है इससे मतलब नहीं। वे इंसानियत की बात कर रहे हैं। सरकार को कोविड के लिए फ्री एम्बुलेंस, इलाज और 5 लाख रुपए की बीमा की व्यवस्था करनी चाहिए। अब डॉक्टरों की बहाली की बात सोची जा रही है।