प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा–जदयू एक सोची समझी तुच्छ नीति के तहत अपनी फिक्स और फ्रेंड़ली छींटाकशी से ज्वलंत मुद्ों व सरकार की नाकामी से ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री के इशारे पर नौटंकी कर रहे है। इन बेशर्म नेताओं को बेड‚ डॉक्टर‚ स्वास्थ्य कर्मियों‚ ऑक्सीजन‚ वैक्सीन‚ दवा‚ वेंटिलेटर व इलाज की कमी से मर रहे लाखों लोगों की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि संक्रमण व मृत्यु के आंकडों को २०–३० गुणा कम करके और आपसी नूराकुश्ती से लोगों का ध्यान भटकाकर भाजपा–जदयू वाले समझते हैं कि लोगों को इनकी कामचोरी और धूर्तता के कारण रोज हो रही हजारों मौतों के बारे में पता नहीं चलेगा। इस निकम्मी नीतीश सरकार के पास ना दिल है‚ ना दिमाग‚ ना लगन और ना ही संंवेदना। बिहार के लोग आज अस्पतालों में मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से अपने प्राण त्याग रहे है। लेकिन ये कुर्सीवादी लालची लोग अपनी निम्नस्तरीय अमानवीय राजनीति के चलते मरते लोगों की चिंता छोड प्रदेशवासियों का ध्यान हटाने के लिए हेडलाइन मैनेज करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने २०१९ लोकसभा चुनाव में ही कहा था यह डबल इंजन नहीं ट्रबल इंजन है। बिहारवासियों को इस कथित ड़बल इंजन का क्या फायदा मिला इस ड़बल इंजन ट्रबल ट्रेन में सवार एनडीए के ४८ सांसदों‚ ५ केंद्रीय मंत्रियों‚ मुख्यमंत्री‚ दो–दो उपमुख्यमंत्रियों में से किसी माई के लाल में है दम जो बता सके इस महामारी के वक्त बिहार को सबसे कम मदद क्यों मिल रही है क्या ये अंधे‚ गूंगे–बहरे नकारे लोग बिहारवासियों की जान लेने के लिए चुने गए है इनमें से किसी में हिम्मत नहीं जो मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करा सके।
AAP की हार से इंडिया अलायंस की बेचैनी का सबब समझिये!
दिल्ली विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार ने जहां इंडिया गठबंधन की सियासी जमीन हिला कर रख...