पंचायती राज विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को कहा है कि राज्य के 12 करोड़ लोगों के बीच मास्क का वितरण किया जायेगा. हर ग्रामीण परिवार को छह मास्क दिये जायेंगे. प्रत्येक मास्क की कीमत जीएसटी को छोड़कर अधिकतम 15 रुपये होगी.
इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को बैठक कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी डीएम, डीडीसी और जिला पंचायती राज पदाधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इस कार्य में ग्राम पंचायतों के पास उपलब्ध 5018 करोड़ की राशि का उपयोग किया जायेगा.
मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि मास्क का वितरण संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव के माध्यम से किया जायेगा. वे इसके लिए लाभुक का पहचान पत्र और वितरण पंजी पर हस्ताक्षर सुनिश्चित करेंगे. मास्क का वितरण किसी भी प्रकार का एक फोटोयुक्त पहचान पत्र दिखाने पर किया जायेगा. इस काम में कार्यपालक सहायकों की सेवा ली जायेगी.
पंचायत सचिव और मुखिया मास्क की खरीद सर्वप्रथम जीविका संपोषित, ग्राम संगठनों और खादी भंडारों से करेंगे, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ सके. यदि इन संगठनों द्वारा आवश्यक मात्रा में मास्क उपलब्ध नहीं कराया जा सके, तो वैसी स्थिति में स्थानीय स्तर पर कपड़े का मास्क तैयार कराया जायेगा.
राज्य सरकार के इस निर्णय की जानकारी का प्रचार-प्रसार लॉउड स्पीकर से करने का निर्देश दिया है. मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि सभी जिला पंचायती राज पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारियों के माध्यम से सरकार के इस निर्णय का पालन और मॉनीटरिंग कर प्रतिदिन रिपोर्ट पंचायती राज विभाग को उपलब्ध करवायेंगे.
पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने आम लोगों से भी मास्क पहनने, साबुन से हाथ धोने, सैनिटाइजर से हाथ साफ करने और सोशल डिस्टैंटिंग का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि गांव में किसी भी व्यक्ति को लक्षण होने की स्थिति में तुरंत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सूचित करते हुए टेस्टिंग सुनिश्चित करवायी जाये.