राज्य में इस वर्ष पहली बार एक दिन में कोरोना संक्रमण के 12222 नये मामले मिलने के बाद हाहाकार मचा है। इस बीच पटना के नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (एनएमसीएच) में पिछले 24 घंटे में एक महिला समेत 13 संक्रमितों की मौत हो गई। वहीं‚ पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच) में चार और पटना एम्स में भी सात संक्रमितों ने जान गंवा दी। पटना विश्वविद्यालय के अवकाशप्राप्त प्रोफेसर शैलेश्वर सती प्रसाद की मौत हो गई। सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्ीन भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल से दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती किया गया है।
कोरोना अब काल बनता जा रहा है। 24 घंटे में जो आंकड़े आए हैं, वह यह बताने के लिए काफी हैं। इसे काबू करने का हर उपाय अब फेल होता नजर आ रहा है। बुधवार को वायरस ने 56 लोगों की जान ले ली है, जबकि 12222 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नालंदा मेडिकल कॉलेज में (NMCH) में 13 लोगों की जान चली गई है, जबकि पटना मेडिकल कॉलेज (PMCH) में 4 संक्रमितों की मौत हुई है। बुधवार को जांच की रफ्तार भी काफी तेज रही, एक दिन में 105980 लोगों की जांच हुई है।
अब बिहार में 63746 एक्टिव मामले
बिहार में अब कुल एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 63746 हो गई है। बुधवार तक प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 354281 हो गई है, जिसमें 288637 लोग ठीक हुए हैं। अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 1897 हो गई है, जिसमें बुधवार को हुई 56 लोगों की मौत का आंकड़ा भी शामिल है। अररिया में 97, अरवल 98, औरंगाबाद में 560, बांका में 71, बेगूसराय में 587, भागलपुर में 526, भोजपुर में 142, बक्सर में 148, दरभंगा में 106, पूर्वी चंपारण में 260, गया में 861, गोपालगंज में 211, जमुई 168, जहानाबाद में 136, कैमूर में 87, कटिहार में 249, खगड़िया में 200, किशनगंज में 86, लखीसराय में 104, मधेपुरा में 146, मधुबनी में 170, मुंगेर में 229, मुजफ्फरपुर में 445, नालंदा में 225, नवादा में 268, पूर्णिया में 318, रोहतास में 174, सहरसा में 175, समस्तीपुर में 168, सारण में 636, शेखपुरा में 144, शिवहर में 65, सीतामढ़ी में 85, सीवान में 263, सुपौल में 194, वैशाली में 311 और पश्चिमी चंपारण में कुल 516 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। प्रदेश के अलग अलग जिलों में बाहर से आने वालों में भी 66 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के साथ अन्य संक्रमण प्रभावित शहरों से आने वाले लोग शामिल हैं।
वहीं पटना में लगातार चाैथे दिन 2000 से अधिक काेराेना मरीज मिले हैं। बुधवार काे 2919 नए केस मिले। यह मंगलवार के मुकाबले 733 अधिक है। बुधवार काे पटना में एक्टिव मरीजाें की तादाद बढ़कर 15310 हाे गई। मंगलवार काे 14467 मरीज एक्टिव थे। वहीं एनएमसीएच में इलाज के दाैरान 13, पीएमसीएच में 4, आईजीआईएमएस में 2 और एम्स में 7 मरीजाें की माैत हाे गई। पीएमसीएच में पटना के शाहपुर की आरती कुमारी, पटना की अंजली कुमारी, सुल्तानगंज के के माे. रफी और पटना के राधिका अपार्टमेंट की किरण कुमारी की माैत हाे गई।
एम्स में दरभंगा के सैयद सुहैल अहमद, भाेजपुर के श्याम सुंदर प्रसाद, धनबाद की अमृता कुमारी, गया के कुमार शुभम, देवरिया यूपी की चंद्रवती देवी, राजीवनगर के त्रिभुवन नारायण सिंह, भागलपुर के रामप्रकाश गुप्ता की माैत हाे गई। त्रिभुवन नारायण सिंह बिहार स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक थे। एनएमसीएच में छपरा के अशोक साह, अनीसाबाद पटना की रश्मि सिन्हा, मीनाबाजार पटना सिटी के किशोर कुमार, दरियापुर पटना की उर्मिला सक्सेना, छपरा के योगेंद्र राय, गोपालगंज के मुंद्रिका तिवारी, मुंगेर के कृष्णकांत सिंह, वैशाली के राम प्रसाद पासवान, काली स्थान चौक पटना सिटी की पुष्पा कक्कड़, हाजीपुर के संजय कुमार, पीसी काॅलोनी के ललितेंद्र स्वरूप, नवादा के जयप्रकाश गोस्वामी और कोटिया टोला पटना के बंगाली पंडित की मौत हो गई।
चार बीडीओ समेत जिला प्रशासन के 12 अफसर संक्रमित
पटना जिला प्रशासन के 12 अधिकारी संक्रमित हो गए हैं। इनमें जिला खनन पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला प्रोटोकॉल अफसर, एनडीसी, सिटी मजिस्ट्रेट, महिला डिप्टी कलेक्टर, दानापुर एसडीओ, दानापुर बीडीओ, दानापुर सीओ, बिहटा बीडीओ, दुल्हिन बाजार बीडीओ और धनरुआ के बीडीओ शामिल हैं। वहीं, जिला स्थापना कार्यालय, जिला नजारत, जिला भू-अर्जन समेत अन्य कार्यालयों को दो दर्जन कर्मचारी संक्रमित हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को मुताबिक सभी ने वैक्सीन की पहली डोज ली है। सभी होम आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा कई अधिकारियाें और कर्मचारियाें ने सर्दी-बुखार होने के बाद आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल दिया है, लेकिन रिपोर्ट नहीं आई है। धनरुआ के अस्पताल की दो एएनएम व एक जीएनएम कोरोना पाॅजिटिव हो गए हैं। एनएमसीएच के माइक्रो बायोलॉजी विभाग के दो डाॅक्टर संक्रमित हाे गए हैं। अबतक अस्पताल के दो दर्जन से अधिक डाॅक्टर व स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हाे चुके हैं।
मुजफ्फरपुर जिले में कोरोना की रफ्तार बेलगाम हो गई है. लगातार दूसरे दिन जिले में 15 जिंदगियां कोरोना का निवाला बन गईं. इससे पहले बुधवार को भी 15 लोगों की जान कोरोना वायरस ने ले ली थी. इस तरह बीते 48 घंटों में 30 मौत से मुजफ्फरपुर कराह उठा है. बड़ी बात यह है कि 30 में से 12 मौतें उत्तर बिहार के बड़े अस्पताल श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हुई हैं.
जिला प्रशासन के निर्देश पर संचालित निजी अस्पतालों में 10 लोगों ने दम तोड़ा है, जबकि 8 लोगों की मौत उनके घरों में होम आइसोलेशन में हुई हैं. इस बीच ऑक्सीजन की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. मुजफ्फरपुर के बेला इंडस्ट्रियल एरिया में एकमात्र ऑक्सीजन प्लांट है, जहां दिन-रात ऑक्सीजन सिलेंडर से भरे जा रहे हैं. प्लांट की सामान्य उत्पादन क्षमता 500 सिलेंडर की है, जबकि लिक्विड उपलब्ध होने पर 300 अतिरिक्त सिलेंडर भरे जाते हैं. जिले में बढ़ते कोविड-19 मरीजों की संख्या के मद्देनजर तकरीबन 1000 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन की आवश्यकता है.