कटिहार में शनिवार को गोलियों की गूंज से पूरा शहर थर्रा उठा है, यहां राजद नेता सह व्यवसायी निर्मल बूबना को उनके ही घर के पास मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियों से मौत के घाट उतार दिया, सलमारी थाना क्षेत्र के काली मंदिर के पास हुए इस घटना के पीछे की वजह क्या है। इस पर पुलिस जांच में जुटी हुई है फिलहाल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले निर्मल बुबना के मौत पर पक्ष विपक्ष में सियासी घमासान भी शुरू हो गया है।
तेजस्वी के नजदीकी माने जाते हैं बूबना
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले निर्मल बूबना की पिछले विधानसभा चुनाव में कदवा विधानसभा से चुनाव लड़ने की चर्चा उनके राजनीतिक कद को पूरे जिले में सुर्खियों में ला दिया था हालांकि गठबंधन के तहत वह सीट फिर से एक बार कांग्रेस के कोटे में ही रहने के कारण विधानसभा चुनाव लड़ने की उनका सपना पूरा नहीं हो पाया था, निर्मल बुबना के बारे में क्षेत्र के लोग एक अच्छे व्यवसाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी जानते हैं, सलमारी थाना क्षेत्र के काली मंदिर के पास रहने वाले निर्मल अक्सर अपने सामाजिक कार्यों के कारण काफी लोकप्रिय थे, बीते शाम मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने उनके घर के पास ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनको मौत के घाट उतार दिया है सूत्र बताते हैं कि लगभग दो दर्जन गोली उन पर बरसाई गई है।
घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी मचा हुआ है,कांग्रेस नेता सुनील यादव ने घटना पर बिहार में बढ़ते अपराध पर जमकर हमला बोलते हुए सुशासन में प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया, वही जदयू के बरारी विधायक घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीति अपनी जगह है पर राजनीति से ऊपर उठकर निर्मल बुबना एक अच्छे सामाजिक व्यक्ति थे, जहां तक सुशासन के सवाल है तो जनता के भरोसा अब भी सरकार पर कायम है और उन्हें उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस मामले की खुलासा हो जाएगा, मृतक निर्मल बुबना के परिवार के लोग घटना के बारे में ज्यादा कुछ बताने की स्थिति में नहीं दिखे। घटना के बाद सालमारी पुलिस शव को जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, सलमारी थाना पुलिस के माने तो उन लोगों को सूचना दिया गया है था कि कुछ अज्ञात लोगों ने निर्मल बुबना की हत्या कर दिया,जिसके बाद बरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है आगे जांच जारी है।
पहली बार किसी को इतनी गोली मारी
कटिहार के अपराधिक इतिहास में यह पहली ऐसी घटना है जिसमें मृतक पर दो दर्जन से अधिक गोली चलाने की चर्चा है,हत्या के पीछे राजनीतिक या कुछ और बजह है यह तो जांच के बाद ही खुलासा होगा लेकिन राजद नेता की इस हत्या ने कटिहार के साथ-साथ पूरे बिहार की राजनीति में सनसनी मचा दिया है।