मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने होली को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत पर बल देते हुए बड़े शहरों के शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने शराब पीने और पिलाने वाले तत्वों पर विशेष नजर रखने को कहा। एक‚ अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में बृहस्पतिवार को विधि–व्यवस्था एवं मद्य निषेध से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि देशी एवं विदेशी शराब के धंधे में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी करें। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों के शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलायें। कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति हो‚ अमीर हो या प्रभावशाली हो‚ किसी को भी छोड़ना नहीं है। पूरी सख्ती से कार्रवाई कीजिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि जिला स्तरीय निगरानी प्रकोष्ठ की बैठक नियमित हो। उन्होंने कहा कि होलिका दहन एवं शब–ए–बरात एक ही दिन है। इसको लेकर विशेष निगरानी रखें। जनता के बीच जागृति का भाव पैदा करना है। सबको सचेत रहना है। आपस में विवाद पैदा करने वाले तत्वों पर विशेष नजर रखनी है। इससे पहले बैठक में पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल ने मुख्यमंत्री को बताया कि अपराधों की समीक्षा जिलावार एवं थानावार की जा रही है। योजनाबद्ध तरीके से कार्य किये जा रहे हैं। स्पीडी ट्रायल कराकर दोषियों को सजा दिलवायी जा रही है।
इन सबों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। वहीं‚ अपर पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) जेएस गंगवार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विधि व्यवस्था की अद्यतन जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पर्व त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक घटनाओं में कमी आयी है। पिछले पांच वर्षों में पर्व–त्योहारों के दौरान हुई घटनाओं का विवरण लिया गया है‚ जिसके आधार पर संवेदनशील एवं विवादित जगहों को चिह्नित कर साम्प्रदायिक मामलों की रोकथाम को लेकर सभी उपाय किये गये हैं॥
मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को कोरोना के बढ़ रहे मामले को देखते हुए सतर्कता बरतने को कहा है। उन्होंने कहा कि पर्व–त्योहारों को देखते हुए हमें पूरी तरह से सजग रहना होगा। दुनिया के कई देशों एवं देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। यह देखते हुए जहां तक संभव हो लोग घरों में रहें। सीमित संख्या में ही किसी भी सार्वजनिक आयोजनों में भाग लें। कोरोना के प्रति हम सबको सचेत और सजग रहना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि ६० प्रतिशत अपराध के मामले भूमि विवाद से संबंधित या आपस में संपत्ति विवाद को लेकर होते हैं। यदि भूमि विवादों का समाधान किया जाये‚ तो अपराध की घटनाओं में और कमी आयेगी। मुख्यमंत्री ने भूमि विवाद के समाधान को लेकर सप्ताह में एक दिन अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के स्तर पर‚ महीने में दो बार अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के स्तर पर तथा महीने में एक बार जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के स्तर पर निश्चित रूप से बैठक करने का निर्देश दिया।