उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि सरकार प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक बैंक की शाखा खोलने हेतु संकल्पित है। 1078 स्थानों की सूची बैंकों को राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने सभी बैंकों से उन पंचायत सरकारी भवनों में शीघ्रता के साथ बैंक शाखा खोलने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि ७५ वीं राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक मुख्य सचिवालय सभागार में आयोजित हुई‚ जिसकी अध्यक्षता करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करने में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि बैंक जब जरूरतमंद लोगों को ऋढ देते हैं‚ तो वह बिहार के विकास में सहयोग करते हैं। भारत सरकार एवं बिहार सरकार रोजगार एवं उद्यमों को बढावा देने के उद्ेश्य से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का संचालन कर रही है एवं सभी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन एवं उसके प्रतिफल में बैंकों की अहम् भूमिका है। आवश्यकता इस बात की है कि बैंक पूरी तत्परता एवं प्रतिबद्धता से काम करें। उन्होंने कहा कि उद्योग क्षेत्र में पश्चिम चंपारण में अच्छा काम हुआ है। पश्चिम चंपारण का चनपटिया मडल प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की दिशा में नजीर बना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्व–निधि योजना एवं स्टैंड अप इंडिया के तहत पात्र लाभुकों को ऋढ देकर अधिक–से–अधिक लोगों को आच्छादित करने की जरूरत है।
बिहार में एक बडा समूह छोटे–छोटे तबकों का है‚ जो छोटे–छोटे ऋढ के माध्यम से अपने रोजी–रोजगार को चलाते हैं। बैंकों को ऐसे समूहों पर विोष ध्यान देकर उन्हें संपोषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योग‚ पाुपालन‚ डेयरी‚ मत्स्य एवं अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार एवं स्वालंबन की पर्याप्त संभावनाएं हैं‚ जिसमें बैंकों को प्रतिबद्धता के साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने सभी बैंक के प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए कहा कि बिहार के नव निर्माण एवं आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करने के लिए परिणामोन्मुखी व्यवस्था कायम करते हुए नई उर्जा के साथ काम करें। उन्होंने रिजर्व बैंक अफ इंडिया के प्रतिनिधि को इस दिाा में बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर सकारात्मक पहल करने की आवयकता बतायी‚ ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन का बेहतर प्रतिफल प्राप्त हो सके।उन्होंने कहा कि तरुण एवं किाोर वगोंर् में ऋढ प्रवाह बढाने की आवयकता है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत आय सृजन की दृष्टि से कृषि आधारित उद्योग तथा मछली पालन‚ मधुमक्खी पालन‚ डेयरी‚ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा मुर्गी पालन आदि को भी अच्छादित किया गया है। उन्होंने कहा कि विकसित बिहार के संकल्प को पूरा करने की दिशा में सभी बैंक सकारात्मक रूप से आगे बढें। सरकार प्रत्येक स्तर पर सहयोग एवं कठिनाइयों को दूर करने के लिए तैयार है। उद्योग मंत्री मोहम्मद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के लिए उद्योग क्षेत्र में कई योजनाओं की शुरुआत की जा रही है। बिहार में इथेनॉल हब एवं आईटी पार्क सहित अन्य बडे प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है।
जिनमें बैंकों की बडी भूमिका होगी। इसलिए आवयकता इस बात की है कि योजनाओं के क्रियान्वयन में बैंक स्पीड ब्रेकर न बनें बल्कि आत्मनिर्भर बिहार के लिए सकारात्मक रूप से आगे बढें। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बैंकों के असहयोगात्मक रवैया से योजनाएं बाधित हो रही हैं‚ आवेदन कम हो रहे हैं। उन्होंने नाबार्ड को बैंकों द्वारा क्रियान्वित ग्रामीण क्षेत्रों की स्कीम के समुचित अनुश्रवण की आवयकता बतायी। पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने बैंकों के असहयोगात्मक रवैया के प्रति असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि बैंकों में आवेदनों के निष्पादन में विलंब होने से लोगों में असंतोष एवं हताशा की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने राष्ट्रीयत बैंकों को निजी बैंकों की तर्ज पर काम करने के सुझाव दिए‚ ताकि अधिक–से–अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। इसके पूर्व वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ ने विस्तार से एजेंडावार प्रतिवेदन को समिति के समक्ष रखा एवं समीक्षोपरांत लचर प्रगति वाले ने बैंकों को कार्यप्रणाली में सुधार लाते हुए लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने के सख्त निर्देश दिए गए। आज की बैठक में साख जमा अनुपात‚ किसान क्रेडिट कार्ड‚ वार्षिक साख योजना (एसीपी) प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना ‚ प्रधानमंत्री जन–धन योजना‚ प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना‚ प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना‚ अटल पेंान योजना‚ मुद्रा लोन सहित अन्य बैंकिंग संबंधी मुद्ों पर विस्तार से समीक्षा की गई एवं आवयक निर्देश दिए गये। बैठक के दौरान अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर यूनुस हकीम ने विभागीय स्थिति एवं अपेक्षाओं के विषय में विस्तार से चर्चा की।उक्त बैठक में विकास आयुक्त मोहम्मद आमिर सुबहानी‚ भारत सरकार के संयुक्त सचिव भूषण कुमार सिन्हा‚ कृषि विभाग के सचिव एऩ सरवन कुमार‚ उद्योग विभाग के सचिव नर्मदश्ेवर लाल‚ सहकारिता सचिव श्रीमती वंदना प्रेयसी‚ जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी बाला मुरुगन ड़ी सहित अन्य विभागों के प्रधान सचिव एवं सचिव‚ आरबीआई. के राज्य प्रतिनिधि श्री बृजराज‚ नाबार्ड एवं सभी राष्ट्रीयत एवं वाणिज्यिक बैंक के राज्य प्रतिनिधिगण‚ बीएसएऩएल. के सीज़ीएम एवं सभी जिलों से वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुडे जिला पदाधिकारी‚ जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक उपस्थित थे।