तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। राज्यसभा में इस्तीफे का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा-मेरे जीवन में ये घड़ी आई है कि तय करूं कि देश बड़ा, पार्टी बड़ी या मैं बड़ा?
पूर्व रेलमंत्री और ममता की पार्टी के वरिष्ठ सांसद ने कहा- आज मुझे आत्मा ये कह रही है कि यहां बैठे बैठे आप चुपचाप रहो और कुछ नहीं कह सकते हो तो उससे अच्छा है कि यहां से आप त्यागपत्र दो, और जाकर बंगाल की भूमि में लोगों के बीच रहो, मैं आज यहां से इस्तीफा दे रहा हूं, और देश के लिए बंगाल के लिए हमेशा हमेशा काम करता रहूंगा।
उन्होंने कहा- जिस प्रकार से हिंसा हो रही है मेरे प्रांत में जिस प्रकार से लोकतंत्र में कुछ भी हो तो मुझे यहां बैठा बैठा बड़ा अजीब लग रहा है कि कुछ करूं क्या। हम ऐसी जगह से आते हैं जहां रविंद्र नाथ टैगोर, खुदिराम बोस पैदा हुए, असल में हम जन्मभूमि के लिए ही हैं और मुझसे यह देखा नहीं जा रहा।
उन्होंने कहा- हम करें तो क्या, सीमित हैं, एक पार्टी में हैं तो पार्टी की लाइन लेनी है, और मैं अपनी पार्टी के लिए आभारी हूं कि मुझे यहां बैठाया है। लेकिन मुझे घुटन महसूस होती है कि हम कुछ कर नहीं पा रहे हैं, उधर अत्याचार, मेरी आत्मा की आवाज ये कह रही है।
जिस वक्त उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान किया उस समय डिप्टी चेयरमैन ने कहा कि राज्यसभा में त्यागपत्र के लिए एक तय प्रक्रिया है और आपको उसका पालन करना पड़ेगा। हालांकि डिप्टी चेयरमैन बोलते रहे और दिनेश त्रिवेदी ने कहा दिया कि वे अभी से अपने पद से त्यागपत्र देते हैं। दिनेश त्रिवेदी पिछले साल ही टीएमसी कोटे से राज्यसभा सांसद चुनकर आए थे और बतौर राज्यसभा सांसद यह उनका तीसरा कार्यकाल था।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने जब 2011 में रेलमंत्री का पद छोड़कर पश्चिम बंगाल में सीएम का पद संभाला था उस वक्त ममता की जगह दिनेश त्रिवेदी को रेलमंत्री बनाया गया था। हालांकि मार्च 2012 में रेल बजट पेश करने के बाद उन्होंने रेलमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।