मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही सीएम नीतीश के नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी हो गया है। जदयू कोटे से श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास विभाग , संजय झा को जलसंसाधन, सूचना और जनसंपर्क सहकारिता एवं सुनील कुमार मद्य निषेध उत्पाद विभाग का मंत्री बनाया गया है .
श्रवण कुमार (जदयू)
CM नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा सीट से लगातार 7वीं बार विधायक बनने वाले श्रवण कुमार नीतीश सरकार में ग्रामीण विकास कार्य मंत्री रह चुके हैं। वे न केवल मुख्यमंत्री के सजातीय (कुर्मी) हैं बल्कि उनके खासमखास भी हैं। 1995 से लगातार नालंदा विधानसभा सीट से जीतते आ रहे हैं। 61 वर्षीय श्रवण कुमार मूलतः समाज सेवा से जुड़े रहे हैं। जब लालू यादव से अलग होकर नीतीश कुमार और जॉर्ज फर्नांडिस ने साल 1994 में समता पार्टी का गठन किया था, तब से श्रवण कुमार नीतीश के खास सिपाही रहे हैं। श्रवण कुमार ने इंटर तक ही पढ़ाई की है। छात्र जीवन में ही उन्होंने जेपी मूवमेंट के जरिए राजनीति में कदम रखा और पहली बार समता पार्टी के टिकट पर 1995 में नालंदा सीट से विधायक चुने गए। 1995 में समता पार्टी के मात्र सात उम्मीदवार जीते थे, उनमें से एक श्रवण कुमार भी थे।
सुनील कुमार (जदयू)
सुनील कुमार भोरे विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आए हैं। ये पूर्व DG रहे हैं। गोपालगंज जिले की भोरे सीट बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में काफी चर्चे में रही थी। वजह थी वहां के सीटिंग विधायक अनिल कुमार के अपने छोटे भाई के लिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेना। उन्होंने सुनील कुमार के JDU से मैदान में होने के कारण चुनाव नहीं लड़ा था।
संजय झा (जदयू)
पूर्व मंत्री संजय झा मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने JNU दिल्ली से इतिहास में स्नातकोत्तर किया है। ये वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर दरभंगा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा। JDU में आने पर यह राज्य योजना पर्षद के सदस्य भी बने थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं। विधान पार्षद रहते हुए इन्होंने जल संसाधन मंत्रालय की कमान संभाली थी।