नीतीश कुमार को पांचवीं बार बिहार की सत्ता संभाले हुए 80 दिन हो चुके हैं. मंगलवार को उनकी कैबिनेट का विस्तार हो रहा है, जिसपर काफी वक्त से सबकी नजरें थीं. मंगलवार सुबह राज्यपाल भवन से इन नए नामों की घोषणा कर दी गई है. बीजेपी को इस विस्तार में नौ सीटें मिली हैं, वहीं नीतीश की पार्टी के लिए आठ सीटें रखी गई हैं. दोनों के बीच अंतर बहुत कम तो है, लेकिन यह शक्ति के समीकरण को उलटने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजों की याद दिलाता है, जब बीजेपी ने बिहार में 74 सीटें जीती थीं, बल्कि जेडीयू बस 43 सीटें ही बटोर पाई थी.
ऐसा माना जा रहा है कि इस विस्तार में बीजेपी के नेता शहनवाज़ हुसैन को कैबिनेट की सीट दी जा सकती है. हुसैन केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और बिहार में मंत्री पद की शपथ लेंगे. इसके पहले वो निर्विरोध MLC बने हैं. उनके अलावा बीजेपी के कोटे से प्रमोद कुमार, आलोक रंजन , नितिन नवीन, नीरज सिंह, नारायण प्रसाद, सुभाष सिंह, सम्राट चौधरी और जनक राम को जगह दी गई है.
वहीं, जेडीयू से श्रवण कुमार और संजय झा जैसे नीतीश कुमार के वरिष्ठ सहयोगियों के अलावा लेशी सिंह, सुनील कुमार और बीएसपी से शामिल हुए जामा खान का नाम लिस्ट में है.
गौरतलब है कि राज्य मंत्रिमंडल का गठन 16 नवंबर को हुआ था। तब मुख्यमंत्री समेत 15 लोगों ने शपथ ली थी, जिनमें से एक मेवालाल चौधरी ने बाद में इस्तीफा दे दिया था। मंत्रिमंडल गठन के 85 दिनों बाद मंगलवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में 22 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। मंत्री बनने वालों में कई नामों की चर्चा है। इनमें नए चेहरों को भी मौका मिलने जा रहा है।
भाजपा के ये मंत्री ले सकते हैं शपथ
– नितिन नवीन
– शाहनवाज हुसैन
– सम्राट चौधरी
– सुभाष सिंह
– आलोक रंजन
– प्रमोद कुमार
– जनकराम
– श्रीनारायण प्रसाद
जदयू के ये मंत्री ले सकते हैं शपथ
– श्रवण कुमार
– लेसी सिंह
– महेश्वर हजारी
– संजय झा
– जमा खान
– सुमित कुमार सिंह
– जयंत राज
– सुनील कुमार
– मदन सहनी
22 मंत्रियों की है गुंजाइश
बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। कुल संख्या का 15 प्रतिशत हिस्सेदारी मंत्रिमंडल में हो सकती है। इसके मुताबिक बिहार में सीएम सहित कुल 36 मंत्री हो सकते हैं। मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हैं तो इस हिसाब से मंत्रिमंडल में 22 मंत्रियों के शामिल होने की गुंजाइश है, लेकिन एनडीए से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल इनमें से 4-5 सीट फिलहाल भविष्य के विस्तार के लिए खाली रखी जाएंगी।
सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा था, ‘जब भी मुझे बीजेपी से लिस्ट मिल जाएगी, हम कैबिनेट विस्तार करेंगे.’ उनके बयानों से बिहार में पावर शिफ्ट का आभास हो रहा था.
फिलहाल, नीतीश कुमार को लेकर बिहार के कैबिनेट में 14 सदस्य हैं. इनमें से सात बीजेपी की सीटे हैं, जिनमें दो उप-मुख्यमंत्री की सीटें हैं और पांच सीटें जेडीयू के पास हैं. बाकी दो सीटें छोटे गठबंधन के साथियों- जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी को दी गई हैं. कैबिनेट में अधिकतम 36 लोग हो सकते हैं.
पिछले हफ्ते सूत्रों ने बताया था कि बीजेपी जहां विस्तार पर काम कर रही है, वो यह बात सुनिश्चित करना चाहती है कि कैबिनेट में उसके अपने चेहरे गठबंधन साथी जेडीयू से ज्यादा हों. और यह अंतर हर पार्टी के विधायकों के नंबर के आधार पर तय होगा.
बीजेपी चीफ जेपी नड्डा के दिल्ली के आवास पर दोनों पार्टियों की हुई मीटिंग के बाद सूत्रों ने बताया पार्टी इस वक्त जेडीयू के साथ किसी तरह के मतभेद की आशंका को दूर करने को लेकर भी उत्सुक है.