मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही सीएम नीतीश के नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी हो गया है। भाजपा कोटे से सबसे पहले शपथ लेने वाले शाहनवाज हुसैन को उद्योग विभाग मिला है। पटना के बांकीपुर से लगातार चौथी बार विधायक बने नितिन नवीन भी शामिल हैं।
नितिन नवीन (भाजपा)
पिछले विधानसभा चुनाव में नितिन नवीन ने पटना के VVIP सीट बांकीपुर से लगातार चौथी बार जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के नेता और शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को 39 हजार 36 वोटों से हराया था। चुनाव में नितिन नवीन को 83068 वोट मिले थे। नितिन भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। नितिन पार्टी के युवा चेहरा हैं और सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। वे BJP नेता स्व. नवीन किशोर सिन्हा के बेटे हैं। पटना लोकसभा क्षेत्र की बांकीपुर विधानसभा सीट गठबंधन में BJP के खाते में आती रही है। बांकीपुर इलाके में वैश्य और कायस्थ समाज का बोलबाला है। नितिन नवीन भी कायस्थ जाति से आते हैं। ऐसे में उनका अपनी जाति के वोटरों में दबदबा है।
आलोक रंजन झा (भाजपा)
सहरसा विधानसभा सीट से भाजपा के आलोक रंजन झा (103538 वोट) ने महागठबंधन की प्रत्याशी लवली आनंद (83859 वोट) को 19679 मतों से हराया था। इस सीट से वह लगातार दूसरी बार विधायक बने। यादव मतदाता बहुल इस सीट पर जातीय समीकरण के अलावा शहरी क्षेत्र का भी काफी प्रभाव है। 2010 में परिसीमन के बाद जहां इस सीट पर भाजपा के आलोक रंजन विजयी रहे, वहीं 2015 में इस सीट पर राजद के अरुण कुमार विजयी हुए थे। सहरसा विधानसभा सीट पर सबसे अधिक छह बार कांग्रेस का कब्जा रहा है। कांग्रेस के कद्दावर नेता रमेश झा सबसे अधिक पांच बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हालांकि चार बार वे कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते, जबकि एक बार पीएसपी के उम्मीदवार के रूप में विजयी रहे।