माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने तीनों कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरएसएस के एजेंड़ों को लागू करने और सभी संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं को बचाने का संकल्प ही गणेश शंकर विद्यार्थी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
माकपा महासचिव रविवार को अवर अभियंता भवन में पार्टी के पूर्व राज्य सचिव‚ स्वतंत्रता सेनानी और विधायक गणेश शंकर विद्यार्थी की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तीनों कृषि कानूनों को रद् कर किसान संगठनों के नेताओं से बाचीत कर हल निकालें। हम चाहते हैं कि किसानों से बातचीत हो और नये कानून को सरकार वापस ले। सरकार को चाहिए कि वह कोई नया कृषि कानून बनाए और उसे संसद में पास करवायो। वर्तमान कानून किसानों के हित में नहीं है। बिहार में महागठबंधन के साथ ही वामपंथी पार्टियां भी कृषि कानूनों के मुद्े को लेकर लगातार सरकार से सवाल कर रही है। उन्होंने कहा कि फासीवाद एक दिन में किसी गुप्त बैठक में प्रस्ताव पारित कर नहीं लाया जाता है‚ बल्कि यह संविधान को धीरे–धीरे कमजोर करने‚ स्वायत्त संस्थाओं को नष्ट करने‚ जनतांत्रिक अधिकारों पर तरह–तरह के प्रतिबंधों के जरिये आकार ग्रहण करता है। आज संविधान की हिफाजत के लिये जो लोग भी शामिल होते हैं‚ उन्हें शामिल कर इस संघर्ष को तेज करना होगा। उन्होंने पिछले ७० दिनों से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के प्रति केन्द्र सरकार के दमनात्मक रुख की आलोचना करते हुए कहा कि अब यह जन–आंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि जब आमलोगों की नौकरियां खत्म हो रही थीं एवं उनके सामने भूखमरी पैदा हो रही थी‚ उस दौर में भारत के मुaी भर पूंजीपतियों ने १३ लाख करोड रुपये का लाभ कमाया।
सभा की अध्यक्षता माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने की। उन्होंने गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन संघर्ष एवं क्रांतिकारी बदलाव के प्रति अंतिम समय तक उनकी प्रतिबद्धता की चर्चा की। भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय‚ सीपीआई (माले) के राज्य सचिव कुणाल‚ राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक‚ पूर्व विधान सभाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी‚ विधायक आलोक मेहता‚ जनवादी कवि आलोक धन्वा आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया। सभा के अंत में एक मिनट मौन रहकर गणेश शंकर विद्यार्थी को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि सभ में माकपा केन्द्रीय कमेटी सदस्य अरुण कुमार मिश्रा‚ सचिवमंडल सदस्य सवादय शर्मा‚ रामाश्रय सिंह‚ ललन चौधरी‚ राजेन्द्र सिंह‚ गणेश शंकर सिंह‚ अजय कुमार‚ प्रभुराज नारायण राव‚ अहमद अली‚ श्याम भारती‚ मनोज कुमार चन्द्रवंशी‚ विधायक सत्येन्द्र यादव‚ अशोक मिश्रा‚ गीता सागर‚ भोला दिवाकर‚ देवेन्द्र चौरसिया‚ केडी यादव‚ रामबाबू कुमार‚ एसयूसीआई के अरुण सिंह‚ फॉरवर्ड ब्लॉक के अमरीका महतो समेत राज्य के विभिzा जिलों के नेता एवं कार्यकर्ता शामिल थे। सभा में गणेश शंकर विद्यार्थी के परिजन भी उपस्थित थे।