कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल पूरा होने वाला है. गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद के विकल्प की तलाश शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी नबी की जगह मल्लिकार्जुन खड़गे , आनंद शर्मा या पी. चिदंबरम को दे सकती है. इनके अलावा मध्य प्रदेश के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह भी इस पद के लिए दावेदार माना जा रहा है.
गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्यसभा में जम्मू और कश्मीर का कोई भी प्रतिनिधि नहीं होगा. बता दें कि राज्य सभा में केंद्र शासित प्रदेशों के चारों सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने वाला है. वर्तमान में यहां कोई निर्वाचित विधानसभा नहीं है, लिहाजा जब तक जम्मू और कश्मीर में चुनाव नहीं होते, राज्य सभा में इनका कोई प्रतिनिधि नहीं होगा.
जम्मू और कश्मीर से गुलाम नबी आजाद के अलावा पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के दो अन्य सांसद नजीर अहमद लावे का कार्यकाल 10 फरवरी और मीर मोहम्मद फैयाज का कार्यकाल 15 फरवरी को पूरा हो रहा है. इनके अलावा भारतीय जनता पार्टी के शमशेर सिंह मन्हास का कार्यकाल भी 10 फरवरी को खत्म हो रहा है.
पार्टी में व्यापक सुधार लाने के लिए सोनिया गांधी को पत्र लिखने वालों में आजाद और शर्मा सबसे आगे थे। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के भी नाम की चर्चा है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी एक सर्वसम्मत उम्मीदवार के रूप में उभर सकते हैं। सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी, दोनों के करीब हैं।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी को राज्यसभा में एक मुखर नेता की जरूरत है। सूत्रों का ये भी कहना है कि राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद आजाद जम्मू और कश्मीर की राजनीति में वापस जा सकते हैं, जहां विधानसभा फिलहाल भंग है।
राज्यसभा के लिए नए नेता का चयन करते समय सोनिया गांधी को एक संतुलन बनाने की कोशिश करनी पड़ेगी, क्योंकि राहुल गांधी के दो करीबी नेताओं – महाराष्ट्र से राजीव सातव और के.सी. वेणुगोपाल को राज्यसभा भेजे जाने पर विरोध के सुर उभरने लगे थे।
बताते चलें कि कांग्रेस का पूरा ध्यान फिलहाल इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों पर है. पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और तमिलनाडु में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने कई राज्यों में चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. खुद राहुल गांधी अलग-अलग राज्यों के दौरे कर रहे हैं और जनता लुभाने के लिए केंद्र सरकार की कमजोरियों और खामियों को गिना रहे हैं. कांग्रेस पार्टी किसान आंदोलन को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमला बोल रही है.