बिहार में भाजपा और जदयू के साथ दूरी बढ़ने के बाद प्रशांत किशोर (PK) इन दिनों पश्चिम बंगाल में एक्टिव हैं और TMC प्रमुख तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में चुनाव होने वाले हैं। प्रशांत किशोर वहां भाजपा को हराने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इस रणनीति के तहत वे बंगाल में ‘M-Y’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण को भी अपनी तरफ करने की कोशिश में जुटे हैं। इसके लिए उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से संपर्क किया है। प्रशांत ने तेजस्वी यादव से बात की है। इसके बाद राजद के दो वरिष्ठ नेताओं को बंगाल भेजा गया है।
बिहार के पूर्व मंत्री और राजद नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी तथा राजद के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री श्याम रजक आज बंगाल राजद के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद ममता बनर्जी से भी उनकी मुलाकात होगी। ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद इसकी रणनीति साफ होगी कि राजद किस तरह और कितनी सीटों पर बंगाल में चुनाव लड़ेगा। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और तेजस्वी यादव की पार्टी राजद, दोनों का सबसे बड़ा एजेंडा भारतीय जनता पार्टी को रोकना है। इस लिहाज से बंगाल चुनाव में दोनों का साथ मायने रखता है।
राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने बताया कि बंगाल में राजद का जनाधार उन इलाकों में अच्छा है जहां बिहारी लोग ज्यादा संख्या में रहते हैं। प्रशांत किशोर से मिलेंगे और सोमवार को 11 बजे दिन में उनकी मुलाकात ममता बनर्जी से होगी। भास्कर से बातचीत में श्याम रजक ने बताया कि हमारी पार्टी कई बातों पर गौर करेगी और पूरी तरह मंथन के बाद तय करेगी कि कितनी सीटों पर हम बंगाल में चुनाव लड़ेंगे। वे और अब्दुलबारी सिद्दीकी तीन दिवसीय दौरे पर बंगाल पर है। इसके बाद दो दिवसीय दौरे पर असम जाएंगे।
प्रशांत किशोर कभी नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के चुनावी रणनीतिकार रह चुके हैं। इसलिए ममता बनर्जी के रणनीतिकार के रूप में वे बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। बिहार में जब नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़ा था और लालू प्रसाद के साथ मिलकर सरकार बनाई थी उस समय दोनों के साझा रणनीतिकार प्रशांत किशोर ही थे। बंगााल चुनाव में मुसलमानों के वोट बैंक को मजबूत बनाने के लिए राजद का साथ ममता बनर्जी की ताकत बढ़ा सकता है।