राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने कृषि कानूनों को रद् करने की मांग करते हुए कहा कि यह कानून केन्द्र सरकार ने पूंजीपतियो को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसान सडकों पर उतर कर इन कानूनों का विरोध कर रहा है। क्योंकि वह समझ गया है कि इससे उन्हें क्या नुकसान होगा। श्री कुशवाहा ने कहा कि यह लडाई किसान बनाम पूंजीपतियों की है और सरकार पूंजीपतियों के साथ खडी है। बिहार में किसानों को इन कानूनों से होने वाले नुकसान की जानकारी देने के लिए रालोसपा किसान चौपाल लगाएगी। दो फरवरी को अमर शहीद जगदेव जयंती से चौपाल शुरू होगा और और २८ फरवरी तक चलेगा। दो फरवरी को अमर शहीद जगदेव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभी जिला मुख्यालयों पर तीनों कानूनों की प्रतियां जलाई जाएगी। रालोसपा बिाहर के दस हजार गाँवों में पंचायत लगायेगी। पार्टी का २५ लाख किसानों को जागरूक करेगी और केंन्द्र सरकार की नीयत को उजागर करेगी। किसान आंदोलित हैं और बता रहे हैं कि इससे उनका क्या–क्या नुकसान होगा‚ लेकिन सरकार यह नहीं बता रही है कि इसके क्या फायदे है। उन्होंने इन काले कानूनों को अविलंब वापस लेने की अपनी मांग दोहराई। संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक रणविजय शर्मा‚ राष्ट्रीय महासचिव अंगद कुशवाहा‚ प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र कुशवाहा‚ कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुशवाहा‚ प्रधान महासचिव निर्मल कुशवाहा‚ अभियान समिति के अध्यक्ष जीतेन्द्र नाथ‚ किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुभाष कुशवाहा‚ महासचिव व प्रवक्ता धीरज सिंह कुावाहा‚ आईटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रोशन राजा मौजूद थे।
2 दिन में बिहार को 1500 करोड़ की मिली हेल्थ फैसिलिटी
48 घंटे में बिहार को 1500 करोड़ की हेल्थ फैसिलिटी मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा 2 दिन बिहार...