भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नये कृषि कानून के विरुद्ध किसानों को गुमराह कर जिन लोगों ने दिल्ली को दो महीने तक घेरे रखा‚ करोडों लोगों को आर्थिक चोट पहुंँचायी और गणतंत्र दिवस पर हिंसा–तोडफोड करते हुए तिरंगे का अपमान किया‚ उन्हें अब देश के गुस्से का शिकार होना पड रहा है। श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत–विरोधी एजेंडा चलाने वाले बिचौलियों – खालिस्तानियों का साथ देकर कांग्रेस‚ राजद और वामदल पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं। ये लोग बिहार में गणतंत्र के शत्रुओं का दुस्साहस बढाने के लिए जो मानव श्रृंखला बनाने वाले हैं‚ उसकी कडियां बनने से पहले बिखर जाएंगी। श्री मोदी ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार ने २००६ में किसानों को मंडी में फसल बेचने की बाध्यता से मुक्ति दिलायी‚ कृषि रोड मैप लागू किया‚ पहली बार किसान महापंचायत बुलाकर विशेषज्ञों की राय ली‚ कृषि उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी दी और २०१८ में हर गांव तक बिजली पहुंचाकर डीजल पम्प से सिंचाई का बोझ खत्म किया। श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने यूरिया की कालाबाजारी बंद करने के लिए नीम लेपित यूरिया उपलब्ध कराया‚ किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य पर काम किया और सालाना ६ हजार रुपये किसानों के खाते में डालने की शुरुआत की। जिन लोगों ने अपने १५ साल के राज में किसानों के लिए कुछ नहीं किया‚ वे किसानों के हमदर्द बनने के लिए मानव श्रृंखला बनाने के बहाने सडक पर उत्पात करना चाहते हैं। जिन्होंने १५ साल के राज में किसानों के लिए कुछ नहीं किया‚ वे उनके हमदर्द।
बिहार में पुलिसकर्मी की हत्या और हमलों पर सरकार सख्त
बिहार में पुलिसकर्मी की हत्या और लगातार हो रहे हमलों पर राज्य सरकार सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार...