बिहार में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर गांधी मैदान में स्थित गांधीजी के प्रतिमा के नीचे उपवास पर बैठ गए हैं. पप्पू यादव ने कहा कि जब हम अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे. तब भी तीन कानून था और बिल वापस करने के लिये अंग्रेजों को झुकना पड़ा था.
जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि आज अजीब हालात हैं हमारे देश में. हमारे ही लोग गद्दार हो जा रहे हैं. अंग्रेज से भी ज्यादा क्रूर शासक हो जाएं. दिल्ली में किसान 2 महीने से बैठे हैं. 133 किसान अभी तक मर चुके हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या उनकी सरकार 133 मृत किसानों के परिवार से मिलने तक नहीं पहुंचे हैं.
उन्होंने कहा कि शिमला से भी ज्यादा ठंड में हमारी मां-बहन बैठी हैं. तब आपको हम याद नहीं आए. आपने एक साजिश के तहत किसानों को ट्रैक्टर मार्च करने का आदेश दिया और उसमें अपनी जमात को इंवॉल्व किया. ताकि कॉमन मैन और किसान के बीच टकराव पैदा किया जाए. जबकि एक भी दुकान को कोई टच तक नहीं किया.
पप्पू यादव ने सरकार से सवाल किया, फिर आईटीओ गोलंबर पर 10,000 किसान को ले जाने की साजिश किसने रची और जो किसान की ट्रैक्टर पलटी वो कैसे पलटी, इसकी इन्कवायरी की गई? क्या वह आंसू गैस के गोले की वजह से अनबैलेंस हुआ. इसकी जूडिशियल इंक्वायरी की मांग क्यों नहीं की गई.
उन्होंने कहा कि आपने सिर्फ किसानों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए ट्रैक्टर रैली की इजाजत दी. उसी ट्रैक्टर रैली (Tractor rally) की आड़ में बाद में आपने गहरी साजिश रची है. आंदोलन खत्म नहीं होगा. किसानों के साथ न्याय जरूरी है.
उपवास में पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रघुपति सिंह‚ पूर्व विधायक भाई दिनेश‚ राम चन्द्र यादव‚ अजय बुल्गागीन‚ राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह‚ राजेश रंजन पप्पू‚ महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रानी चौबे‚ राजू दानवीर‚ हरेराम महतो‚ सच्चिदानंद राय‚ अकबर अली‚ अरुण कुमार‚ गौतम आनंद‚ आजाद चांद‚ ज्योति चंद्रवंशी‚ पूनम झा‚ बबन यादव‚ कमलेश तिवारी‚ संजय सिंह‚ सन्नी यादव‚ सन्नी सिंह‚ पिंटू यादव समेत पार्टी के तमाम नेता मौजूद रहे।